प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में उतरे 400 से ज्यादा साहित्यकार, ये है वजह
आम चुनाव के बीच देश का साहित्य जगत दो गुटों में बंट गया है। भारतीय साहित्यकार संगठन से जुड़े 410 साहित्यकारों ने प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। आम चुनाव के बीच देश का साहित्य जगत दो गुटों में बंट गया है। शनिवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में पत्रकार वार्ता में भारतीय साहित्यकार संगठन से जुड़े 410 साहित्यकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया।
यह समर्थन ऐसे समय में आया है जब 1 अप्रैल को ही 200 साहित्यकारों ने कुछ सालों में देश में नफरत की राजनीति को बढ़ावा मिलने का आरोप लगाया था, जिनमें अरुंधति राय, असगर वजाहत जैसे नाम भी थे। वहीं, मोदी के समर्थन में उतरने वाले साहित्यकारों में चित्र मुदगल और डॉ. रमानाथ त्रिपाठी समेत अन्य नाम हैं।
साहित्यकार नरेंद्र कोहली ने कहा कि लेखक स्वतंत्र होता है, लेकिन कुछ लोग झूठ फैलाने में जुटे हैं कि यहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है। यह सच नहीं है। यह बताने के लिए हम साहित्यकारों को आगे आना पड़ा है। वहीं, सूर्यकांत बाली ने कहा कि हम उनका समर्थन करते हैं जिनके कार्यकाल में वैश्विक पटल पर देश का मान बढ़ा है।
बता दें कि एक अप्रैल को दो सौ से अधिक लेखकों ने नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा के खिलाफ वोट करने की अपील की थी। अब 400 से अधिक साहित्यकारों ने मोदी का समर्थन किया है।