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    मोनिका मर्डर केस में नया खुलासा, मां से दो साल तक छिपी रही खौफनाक साजिश; आरोपी सुनाता था फोन कॉल पर रिकॉर्डिंग

    By Jagran NewsEdited By: Nitin Yadav
    Updated: Tue, 03 Oct 2023 08:27 AM (IST)

    दो साल पहले अपनी पूर्व सहकर्मी की हत्या करने वाले आरोपी हवलदार के खिलाफ महिला कॉन्स्टेबल की मां ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह पिछले दो सालों से ये विश्वास दिलाता रहा कि वह जिंदा है।

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    मोनिका मर्डर केस में नया खुलासा, मां से दो साल तक छिपी रही खौफनाक साजिश।

    पीटीआई, नई दिल्ली। दो साल पहले अपनी पूर्व सहकर्मी की हत्या करने वाले आरोपी हवलदार के खिलाफ महिला कॉन्स्टेबल की मां ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह पिछले दो सालों से ये विश्वास दिलाता रहा कि वह जिंदा है।

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    पीड़िता की मां ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से बात करते हुए कहा, मैं अपनी बेटी के बारे में जानने के लिए दर-दर भटक रही थी। इसके बाद मेरी छोटी बेटी ने कुछ महीने पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मिलने का फैसला किया। उन्होंने हमारी समस्या को समझा और उचित जांच का आश्वासन दिया। पुलिस ने अब आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है। हम उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहते हैं।"

    तीन आरोपित गिरफ्तार: पुलिस

    पुलिस ने इस वारदात का रविवार को खुलासा करते हुए बताया कि 28 वर्षीय मोनिका यादव की कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में दिल्ली पुलिस के हवलदार 42 वर्षीय सुरेंद्र सिंह, उसके जीजा और एक अन्य साथी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों ने झूठे सुराग देकर पीड़िता के परिवार को यह विश्वास दिलाने में भी धोखा दिया कि वह जीवित है।

    Monika Murder Case

    महिला सिपाही से शादी कराना चाहता था आरोपी

    पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर कहा कि आरोपी हवलदार सुरेंद्र सिंह पीसीआर पर तैनात महिला सिपाही का पीछा कर रहा था और उसपर खुद से शादी करने का दबाव बना रहा था। जब मोनिका ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया तो उसने पहले उसका गला घोंटा कर उसकी हत्या कर दी और फिर महिला सिपाही के शव को पुश्ता इलाके में पास एक नाले में डालकर पत्थर रख दिया। सुरेंद्र की इस अपराध को छिपाने में 26 वर्षीय जीजा रविन और 33 वर्षीय राजपाल ने मदद की थी।

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    डीएनए प्रोफाइलिंग को भेजे अवशेष: पुलिस

    आरोपित से पूछताछ के बाद नाले से महिला सिपाही के शव के अवशेषों को बरामद कर लिया है और उन्हें डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए भेज दिया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या ये अवशेष महिला के ही हैं।

    फोन कॉल पर सुनाता था महिला की रिकॉर्डिंग

    पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने आगे बताया कि जांच को गुमराह करने के लिए रविन ने पीड़िता के पहचान प्रमाणों की प्रतियां पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न ढाबों पर छोड़ दीं, जहां वह विभिन्न महिलाओं के साथ गया था। उन्होंने इन ढाबों से यादव के माता-पिता को फोन किया और उन्हें बताया कि वे खुशी से रह रहे हैं।

    उन्होंने बताया कि जब भी उसके परिजन उससे बात करना चाहते थे तो वह एक फोन के स्पीकर पर मोनिका की वॉयस रिकॉर्डिंग चला देता था।

    पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान टीमों ने रोहतक में एक ढाबे का दौरा किया, जिसके मालिक ने रविन की पहचान की और आरोप लगाया कि वह एक महिला के साथ उसके ढाबे पर आया था। साथ ही एक मोबाइल दुकान के मालिक ने राजपाल की पहचान की और कहा कि उसने उसकी दुकान से एक सिम कार्ड खरीदा है।

    वहीं, पुलिस ने यह भी बताया कि मामले की जांच के लिए एक टीम पंजाब के संगरूर भी जा रही है।

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