RSS चीफ मोहन भागवत की आज से शुरू होगी तीन दिवसीय बैठक, देश की प्रमुख हस्तियों से करेंगे संवाद
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पर मोहन भागवत आज से तीन दिवसीय व्याख्यानमाला शुरू करेंगे। संघ के सौ वर्ष नए क्षितिज विषय पर वे विभिन्न हस्तियों से संवाद करेंगे। पहले दिन संघ की 100 वर्षों की यात्रा पर दूसरे दिन भविष्य की योजनाओं पर और तीसरे दिन सवालों के जवाब देंगे। इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों के 1300 लोग आमंत्रित हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में सरसंघचालक डा. मोहन भागवत की तीन दिवसीय व्याख्यानमाला आज से विज्ञान भवन में आरंभ होगी। यह आयोजन ‘संघ के सौ वर्ष: नए क्षितिज‘ विषय आधारित आयोजन में संघ प्रमुख दिल्ली-एनसीआर के साथ देश के प्रमुख हस्तियों से संवाद करेंगे।
संघ पदाधिकारियों के अनुसार, पहले दिन भागवत संघ की 100 वर्षों की यात्रा और इसके अनुभवों पर प्रकाश डालेंगे। दूसरे दिन, वह संघ की भविष्य की कार्ययोजनाओं और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के दृष्टिकोण पर चर्चा करेंगे। जबकि, तीसरे दिन वह विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिनिधियों के लिखित सवालों का जवाब देंगे।
इसके पूर्व वर्ष 2018 में पहली बार संघ प्रमुख का भविष्य का भारत विषयक तीन दिवसीय व्याख्यानमाला आयोजित की गई थी, जिसपर डा. मोहन भागवत ने संघ पर समाज के हर भ्रम को दूर करने की कोशिश की थी।
मंगलवार से गुरुवार तक होने वाले इस आयोजन में शिक्षा, विज्ञान, उद्योग, साहित्य, खेल, और सामाजिक कार्यों व अमेरिका समेत विभिन्न देशों के राजनयिक (पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्किये को छोड़कर) समेत अन्य क्षेत्र के 1,300 लोगों को आमंत्रित किया गया है। जिसमें देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, पूर्व राजनयिक कंवल सिंबल, कला जगत से डागर बंधु, खेल से अभिनव ब्रिंदा व कपिल देव, चिकित्सा से डा. नरेश त्रेहन और नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी जैसे दिग्गज रहेंगे।
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वहीं, इसी तरह, राजनीतिक क्षेत्र के लोगों को भी आमंत्रित किया गया है। इसी तरह, मुस्लिम, सिख, जैन व इसाई पंथ से भी सामाजिक कार्यकर्ता भी आएंगे।
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि यह आयोजन समाज के सभी वर्गों को एक मंच पर लाने का प्रयास है। कोशिश है कि व्यापक सामाजिक परिवर्तन के दृष्टि से व्यापक विमर्श हो।
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