10वीं के छात्र की जान निकलने तक बेरहमी से पीटते रहे, हत्यारोपी सात नाबालिगों को पुलिस ने पकड़ा
दिल्ली के मंगोलपुरी में 10वीं के छात्र वियोम की स्कूल के बाहर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। परिवार का आरोप है कि 11वीं के एक छात्र से झगड़े के बाद यह हमला हुआ। पुलिस ने सात नाबालिगों को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद लोगों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। सीलमपुर में बृहस्पतिवार की रात चाकू मारकर नाबालिग की हत्या के एक दिन बाद ही शुक्रवार को मंगोलपुरी स्थित स्कूल के बाहर एक 15 वर्षीय 10वीं के एक छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
हत्या का आरोप इसी स्कूल में पढ़ने वाले 11वीं कक्षा के एक नाबालिग छात्र पर है। जिसने अपने अन्य नाबालिग साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि आरोपी छात्र और मृतक वियोम के बीच स्कूल में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसका बदला लेने के लिए आरोपी छात्र ने अपने 10 से 12 साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है।
झगड़ा किस बात को लेकर हुआ, इसकी जानकारी उनके पास नहीं है। इस पूरे मामले में मंगोलपुरी थाना पुलिस ने हत्या समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर सात नाबालिगों को पकड़ लिया है।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि झगड़ा किस बात को लेकर हुआ, इसका पता लगा रहे हैं। वहीं, पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें भी वियोम ने झगड़े को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी। स्कूल प्रशासन भी इस मामले में कुछ बताने के लिए तैयार नहीं है।
जानकारी के मुताबिक वियोम के परिवार में पिता राजीव, माता आशा के अलावा एक बड़ी बहन और एक बड़ा भाई है। जो मंगोलपुरी स्थित एम ब्लाक का रहने वाला था। पीड़ित परिवार मूलरूप से उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद का रहने वाला है।
पिता मंगोलपुरी स्थित जूते-चप्पल बनाने वाली फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। मृतक वियोम की बहन ने बताया कि उनके घर से कुछ ही मीटर की दूरी पर मंगोलपुरी ओ-ब्लाक में सर्वोदय बाल विद्यालय है। जिसमें वियोम 10वीं कक्षा में पढ़ता था।
अभी कुछ दिनों से स्कूल में परीक्षा देने जा रहा था। रोजाना की तरह शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे वह स्कूल में परीक्षा देने के लिए घर से निकला था। शाम करीब 4:30 बजे स्कूल के ही किसी छात्र ने उन्हें जानकारी दी कि उनके भाई को स्कूल के बाहर कुछ लड़के मार रहे हैं।
परिवार के सभी सदस्य स्कूल के मुख्य गेट पर पहुचें, जहां से वियोम को घायल अवस्था में पास के ही एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
10 से 12 लड़कों ने लात-घूसों से जमकर पीटा
पीड़ित परिवार का आरोप है कि वियोम शुक्रवार की शाम करी 4:30 बजे जैसे ही स्कूल से परीक्षा के बाद बाहर निकला। यहां स्कूल के मुख्य गेट के बाहर पहले से घात लगाए 10 से 12 लड़कों ने हमला कर दिया।
उसकी लात-घूसों से पिटाई करने लगे। चोट गंभीर लगने से वह नीचे गिर गया। जिससे वह बेहोश हो गया। सभी आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए।
स्कूल के बाहर पीड़ित परिवार ने किया हंगामा
शनिवार की सुबह पीड़ित परिवार व स्थानीय लोग स्कूल के बाहर पहुंच गए। जहां स्कूल प्रशासन और दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। स्कूल के सामने मुख्य सड़क को जाम कर दिया।
पीड़ित परिवार का कहना है कि हादसे एक दिन बाद भी स्कूल प्रशासन की ओर से न तो कोई मिलने आया और नहीं स्कूल में हुए झगड़े को लेकर ही कोई बताने के लिए तैयार है।
वहीं, दिल्ली पुलिस के आलाधिकारी से मांग की है कि सभी नाबालिग आरोपितों पर व्यस्कों की तरह मुकदमा चलाया जाए। तभी उन्हें इंसाफ मिलेगा।
बड़ा भाई भी उसी स्कूल का छात्र, अनहोनी की आशंका
इस हादसे के बाद से ही पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा है। वियोम की मां ने बताया कि वियोम पढ़ने में काफी अच्छा था। इससे पहले कभी स्कूल में उसकी लड़ाई नहीं हुई। घर में सबसे छोटा और सबका प्यारा था।
अब पीड़ित परिवार एक तरफ जहां न्याय की गुहार लगा रहा है, वहीं उन्हें डर है है कि जिस तरह वियोम की हत्या की गई है, उसी तरह कहीं वियोम के बड़े भाई कनक के साथ भी कोई अनहोनी न हो जाए, क्योंकि कनक भी इसी स्कूल में 11वीं क्लास का छात्र है।
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