Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लैब में ये तकनीक सीखेंगे मेडिकल के छात्र, दिल्ली में खुला केंद्र सरकार का पहला ऐसा सेंटर

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 09:21 AM (IST)

    अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिकल छात्रों को अब लैब में सिक्के निकालने और प्रसव कराने का प्रशिक्षण मिलेगा। संस्थान में मेडिकल सिमुलेशन सेंटर शुरू किया गया है जहां सेंसरयुक्त पुतलों के माध्यम से छात्र विभिन्न मेडिकल प्रक्रियाओं का अभ्यास कर सकेंगे। यह सेंटर प्रसव की जटिलताओं के प्रशिक्षण के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिससे छात्र वास्तविक स्थिति में तेजी से कार्रवाई करने में सक्षम होंगे।

    Hero Image
    मेडिकल छात्र लैब में सीखेंगे गले में फंसा सिक्का निकालना और प्रसव कराना

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। खेलते हुए छोटे बच्चे अक्सर कंचे, सिक्के जैसी चीजें मुंह में डाल लेते हैं। कई बार यह सांस की नली में फंसकर गंभीर स्थिति पैदा कर देता है। सिक्का, कंचा या कोई अन्य वस्तु गले में कहां फंसा है और उसे कैसे निकाला जाए, वास्तविक मरीज में सोचने-समझने के लिए समय कम होता है। पर अब अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान के भावी डॉक्टर लैब में सेंसरयुक्त पुतलों पर अलग-अलग परिस्थितियां सेट कर बार-बार इसका अभ्यास कर सकेंगे, ताकि पढ़ाई पूरी करने के बाद जब उनके सामने इस तरह का मामला आए तो न्यूनतम समय में सटीक उपचार किया जा सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मेडिकल छात्रों को प्रसव की जटिलताओं, सर्जरी, इमरजेंसी केस, सीपीआर, शाक देना आदि की भी व्यावहारिक ट्रेनिंग मेडिकल सिमुलेशन सेंटर में दी जा रही है।

    अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान और आरएमएल अस्पताल में हाल ही में इसके लिए मेडिकल सिमुलेशन सेंटर की शुरुआत की गई। निदेशक प्रो. अशोक कुमार के मुताबिक, दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में यह अपनी तरह का यह पहला सेंटर है।

    दरअसल, अब तक मेडिकल छात्रों को किताबी ज्ञान देने के बाद मरीज के पास ले जाकर व्यावहारिक जानकारी दी जाती रही है। एक ही जैसी बीमारी में अलग-अलग मरीजों में स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं भी भिन्न होती हैं।

    यह भी पढ़ें- अब दिल्ली में इन चुनावों को लेकर गरमाई राजनीति, मैदान में उतरी AAP की छात्र शाखा एसैप; दिलचस्प हुआ मुकाबला

    एक मरीज में वे एक प्रकार की ही जटिलता हैंडल कर सकते हैं। जबकि मेडिकल सिमुलेशन सेंटर में एक की मेडिकल कंडीशन के अलग-अलग प्रकार को ठीक करना सीख सकेंगे। प्रोसीजर में कहां चूक हो रही है, किन बातों पर ध्यान देने की जरूरत है, तत्काल सीख व समझ सकेंगे।

    कोर्स के सभी मेडिकल प्रोसीजर हैं कवर

    सेंटर के प्रभारी डा. अखिलेश के मुताबिक, लैब में 52 तरह के सेंसरयुक्त पुतले हैं। कंप्यूटर माड्यूल की मदद से कोर्स से संबंधित सभी तरह के मेडिकल कंडीशन कवर किए गए हैं। ड्रिप लगाना हो या इंजेक्शन, सर्जरी से लेकर प्रसव कराने और इमरजेंसी में आने वाले केस की डिटेल प्रैक्टिस लैब यहां संभव है। हार्टअटैक की स्थिति में सीपीआर देना, यूरीन में कैथेटर लगाना, बेहोशी वाले मरीज को शाक देना भी सीख सकते हैं।

    प्रसव की जटिलताओं की ट्रेनिंग के लिए लैब है बेस्ट

    बेड साइड ट्रेनिंग के दौरान लेबर रूम में प्रसव के जटिल मामले कभी-कभार ही आते हैं। कई बार मरीज आपत्ति भी जताते हैं। ऐसे में मेडिकल सिमुलेशन सेंटर में ट्रेनिंग ज्यादा सुविधाजनक और आसान है। सेंसर वाले पुतलों में कंप्यूटर माड्यूल के माध्यम से कभी भी जटिल प्रसव की परिस्थितियां सेट करके छात्रों सिखाया-समझाया जा सकता है। लैब में सामान्य प्रसव कराने से लेकर सिजेरियन का अभ्यास आसान व सुविधाजनक है।