MCD कर्मचारियों को हर माह मिल रहा था दो बार वेतन, गड़बड़ी सामने आने के बाद मचा हड़कंप; जांच शुरू
दिल्ली नगर निगम (MCD) में एमटीएस कर्मचारियों को हर महीने दो बार वेतन देने का मामला सामने आया है। इससे हड़कंप मच गया है। ई-ऑफिस प्रणाली और लीगल केस मॉनिटरिंग सिस्टम से इस गड़बड़ी का पता चला। शाहदरा उत्तरी जोन में चार ऐसे मामले मिले हैं। निगम ने दस्तावेज एकत्र कर जांच शुरू कर दी है। धन के दुरुपयोग की आशंका है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम में एमटीएस कर्मियों को हर माह दो बार वेतन जारी करने का बड़ा मामला सामने आया है। निगम ने ई-ऑफिस प्रणाली और लीगल केस मानिटरिंग सिस्टम को लागू करने से इसे पकड़ा है। निगम को ऐसे चार मामले पता चले हैं जिनमें एमटीएस को दोहरा वेतन जारी किया जा रहा था।
निगम के अनुसार चारों मामले शाहदरा उत्तरी जोन के हैं। जहां इंजीनियरिंग विभाग के मेटेंनेस डिविजन में कार्यरत चार एमटीएस को हर माह दो बार वेतन दिया जा रहा है। निगम ने सभी के दस्तावेज एकत्र कर लिए हैं और उनका सत्यापन शुरू कर दिया है।
तथ्यों को छिपाकर धन के दुरुपयोग के मामले में जांच शुरू की
निगम के अनुसार प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि इंजीनियरिंग-एम3 विभाग के स्थापना क्लर्क/बिलिंग क्लर्क ने प्राथमिकता भुगतान फाइल को बिना यह जांचे ही प्रोसेस कर दिया। साथ ही दो बार वेतन आने की जानकारी कर्मचारी ने विभाग को भी नहीं दी। इसको देखते हुए निगम ने कर्मचारी के अनुचित एवं अस्वीकार्य व्यवहार और तथ्यों को छिपाकर धन के दुरुपयोग के मामले में जांच शुरू की है।
संभावित मामलों की गहन जांच करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी
सतर्कता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में डबल पेमेंट के सभी संभावित मामलों की गहन जांच करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं इस मामले में, सतर्कता जांच रिपोर्ट के आधार पर भारतीय न्याय संहिता के तहत विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह भी आशंका है कि सतर्कता जांच में शाहदरा उत्तरी जोन और अन्य जोन के विभागों में भी इसी तरह के मामले सामने आएंगे। दिल्ली नगर निगम अब किसी न किसी रूप में गबन के ऐसे सभी मामलों का पता लगाने के लिए सतर्क है।
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