मनोज तिवारी ने किया पर्दाफाश, वेंटिलेटर खरीदने में हुआ 18 लाख का घपला
भाजपा नेता ने कहा कि दोनों वेंटिलेटर के लिए उन्होंने सांसद निधि से 47 लाख दिए थे और फरवरी में इसका उद्घाटन भी किया। अस्पताल में जो दो वेंटिलेटर लगे हैं, उनकी कुल कीमत महज 29 लाख है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल के लिए दो वेंटिलेटर खरीदने में 18 लाख का घपला हुआ है। जिन दोनों वेंटिलेटर की खरीद पर 47 लाख का खर्च बताया गया, जब एक अन्य अस्पताल के लिए उसी कंपनी से बात की गई तो इनकी कीमत मात्र 29 लाख रुपये बताई गई। पूर्वी निगम के आयुक्त डॉ. रणबीर सिंह को इस बाबत दो माह पहले पत्र लिखकर रिपोर्ट मांगी गई, लेकिन उसका जवाब तक नहीं दिया गया। सांसद मनोज तिवारी ने शनिवार को यमुना विहार में आयोजित एक सार्वजनिक सभा में इसका पर्दाफाश किया।
कुल कीमत महज 29 लाख है
भाजपा नेता ने कहा कि दोनों वेंटिलेटर के लिए उन्होंने सांसद निधि से 47 लाख दिए थे और फरवरी में इसका उद्घाटन भी किया। इसके कुछ ही दिन बाद उनके पास एक अन्य अस्पताल में वेंटिलेटर लगवाने का प्रस्ताव आया तो उन्होंने अपने स्तर पर उसी कंपनी से कीमत का प्रस्ताव मंगवाया। इससे पता चला कि स्वामी दयानंद अस्पताल में जो दो वेंटिलेटर लगे हैं, उनकी कुल कीमत महज 29 लाख है। उधर, हमने इस बाबत निगमायुक्त से भी पक्ष लेने की कोशिश की, लेकिन फोन पर उनसे संपर्क नहीं हो सका।
भाजपा का उद्देश्य, न खाएंगे न खाने देंगे
मनोज तिवारी ने कहा कि निगम के जेई भ्रष्टाचार करते हैं और आरोप पार्षदों पर लगते हैं। ऐसे जेई पर पार्षद भी नजर रखकर भ्रष्टाचार को उजागर करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि न खाएंगे, न खाने देंगे। भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को चौराहे पर लाएंगे, ताकि जनता की भलाई हो सके।
यह भी पढ़ें: जन आक्रोश रैली में राहुल गांधी ने कहा- कांग्रेस का कार्यकर्ता शेर का बच्चा है