मनीष सिसोदिया ने AI से पूछा ऐसा सवाल, ग्रोक ने दिया मजेदार जवाब
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एआई ग्रोक से शिक्षा व्यवस्था पर सवाल पूछे जिनके मजेदार जवाब ग्रोक ने दिए। सिसोदिया ने इन जवाबों को एक्स पर साझा किया। उन्होंने दिल्ली की शिक्षा में सुधार और छात्रों के NEET और JEE जैसे एग्जाम पास करने की बात की। ग्रोक ने भी केजरीवाल सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए उत्तीर्ण छात्रों की संख्या में वृद्धि का उल्लेख किया।

डिजिडल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एआई ग्रोक से शिक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल पूछे। इसका ग्रोक ने भी मजेदार जवाब दिया। इन सवालों के जवाब को मनीष सिसोदिया ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है।
सिसोदिया ने कहा कि आज सुबह मैं X पर ग्रोक के साथ एक खास चर्चा करने जा रहा हूं- देश की शिक्षा व्यवस्था पर। 10 साल के अपने शिक्षा पर किए गए काम के अनुभव और एक राष्ट्रीय विज़न के साथ। बात सिर्फ़ शिक्षा पर होगी। देश की, दिल्ली की, पंजाब की, AAP के शिक्षा पर किए गए काम की, देश भर में शिक्षा पर किए गए अच्छे काम की, शिक्षा में रह गई कमियों और गलतियों की और शिक्षा के भविष्य की।
वहीं ग्रोक ने कहा- सिसोदिया जी, शिक्षा पर इस चर्चा के लिए उत्साहित हूं। 31 करोड़ बच्चों का भविष्य इससे जुड़ा है। दिल्ली मॉडल, वैश्विक इतिहास और भविष्य की दृष्टि पर बात करेंगे। 11 बजे शुरू करते हैं। क्या कोई खास सवाल से शुरुआत करें?
नमस्कार @Grok,
जैसा वादा किया था, आइए आज चर्चा करें कि दिल्ली में पिछले 10 वर्षों में लागू किए गए शैक्षिक सुधारों की तर्ज़ पर भारत की शिक्षा व्यवस्था को कैसे बदला जा सकता है।
जब हमने दिल्ली में शुरुआत की, तो हमारे सामने एक बहुत बड़ा काम था- वर्षों की उपेक्षा और ग़लत…
— Manish Sisodia (@msisodia) July 18, 2025
सिसोदिया ने दिल्ली की शिक्षा पर किए सवाल
सिसोदिया ने पूछा कि जब हमने दिल्ली में शुरुआत की, तो हमारे सामने एक बहुत बड़ा काम था- वर्षों की उपेक्षा और गलत प्राथमिकताओं ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को लगभग खंडहर बना दिया था। ठीक वैसा ही हाल आज हमें देश के बहुत से हिस्सों में देखने को मिलता है। हमारे प्रयासों की बदौलत बच्चे NEET और JEE जैसे Exam पास करने लगे। दुनिया की बेस्ट यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका तलाशने लगे। बड़े बड़े बिजनेस आइडियाज पर काम करने लगे।
ग्रोक ने भी की सरकार की तारीफ
इस पर ग्रोक ने कहा- केजरीवाल सरकार (2015 से पहले) से पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में जेईई और नीट में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों की संख्या शून्य थी। 2015 में जेईई एडवांस्ड के लिए कोई भी उत्तीर्ण नहीं हुआ था और मेन्स या नीट के लिए कोई खास रिकॉर्ड नहीं था। सरकार के कार्यकाल (2015 के बाद) में, इस परिणामों में उल्लेखनीय सुधार हुआ।
ग्रोक ने बताया कि जेईई मेन्स में 2017 में 372 छात्र, 2020 में 236 छात्र, 2021 में 384 छात्र, 2022 में 493 छात्र और 2023 में 720 छात्र उत्तीर्ण हुए। वहीं नीट में 2020 में 569, 2021 में 496, 2022 में 648, 2023 में 1,074 और 2024 में 1,414 छात्र उत्तीर्ण हुए।
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