Delhi Chunav 2025: दिल्ली की इस सीट पर भाजपा को सिर्फ एक बार मिली जाती, कांग्रेस-AAP की रही है गढ़
delhi vidhan sabha chunav 2025 मालवीय नगर विधानसभा सीट पर भाजपा आप और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है। भाजपा 1993 में हुए पहले चुनाव में जीती थी लेकिन उसके बाद से लगातार पिछड़ रही है। कांग्रेस ने 1998 2003 और 2008 में लगातार तीन बार जीत दर्ज की। आप 2013 से इस सीट पर काबिज है। इस बार भाजपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं।
शनि पाथौली, दक्षिणी दिल्ली।Delhi Election 2025: मालवीय नगर सीट पर जीत दर्ज करने के लिए भाजपा, आप और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस सीट पर हुए पहले चुनाव में जीत से शुरुआत करने वाली भाजपा और यहां से तीन बार जीतने वाली कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए रात-दिन एक कर रही हैं।
वहीं, आप यहां पर चौथी बार अपना झंडा बुलंद करने के प्रयास में जुटी हैं। भाजपा (BJP) इस सीट पर 1993 में हुए पहले चुनाव में महज 258 वोट से जीती थी। तब से भाजपा यहां पर लगातार पिछड़ रही है। मालवीय नगर विधानसभा सीट पर वर्ष 1993 में भाजपा के राजेंद्र गुप्ता ने कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी डा. योगानंद शास्त्री को हराया था।
तब गुप्ता को 19,319 और शास्त्री को 19,061 वोट मिले थे। जनता दल के रंजीत शास्त्री तीसरे स्थान पर रहे थे। इस चुनाव के बाद से भाजपा ने यहां कभी वापसी नहीं की।
इसके बाद कांग्रेस ने 1998, 2003 और 2008 लगातार तीन बार जीत दर्ज की। अब यहां 2013 से आप का कब्जा है। आप प्रत्याशी सोमनाथ भारती तीन बार चुनाव जीत चुके हैं।
आप ने सोमनाथ को उतारा, भाजपा-कांग्रेस ने बदला चेहरा
इस बार मालवीय नगर सीट पर भाजपा और कांग्रेस ने अपना चेहरा बदल दिया है। भाजपा ने सतीश उपाध्याय और कांग्रेस ने जितेंद्र कुमार कोचर को प्रत्याशी बनाया है। 2020 के चुनाव में भाजपा ने शैलेंद्र सिंह व कांग्रेस ने नीतू वर्मा को टिकट दिया था।
वहीं, आप ने चौथी बार सोमनाथ भारती पर भरोसा जताया है। इससे पहले लोकसभा चुनाव में सोमनाथ भारती नई दिल्ली सीट से आप के प्रत्याशी थे। उन्हें भाजपा की बांसुरी स्वराज ने हराया था।
इस सीट पर पिछले छह चुनाव से भाजपा दूसरे नंबर पर अटकी है। यहां भाजपा को प्रत्याशी बदलकर भी कोई विशेष फायदा नहीं मिला है। भाजपा ने 1998 में राजेंद्र गुप्ता, 2003 में मोनिका अरोड़ा।
2008 में रामभज, 2013 में आरती मेहरा, 2015 में नंदनी शर्मा और 2020 में शैलेंद्र सिंह को टिकट दिया, लेकिन कोई भी प्रत्याशी भाजपा की वापसी नहीं करा सका। अब भाजपा प्रत्याशी सतीश उपाध्याय चुनावी मैदान में डटे हैं।
2020 के चुनाव में कांग्रेस को मिले थे 3.18 फीसदी वोट
पिछले चुनाव में कांग्रेस को मिले थे 3.18 फीसदी वोट यहां पर 2020 के चुनाव में कांग्रेस को महज 3.18 फीसदी वोट मिले थे, जबकि आप के सोमनाथ भारती को 57.97 फीसदी और भाजपा के शैलेंद्र सिंह को 37.76 फीसदी वोट मिले थे।
इस सीट पर पिछले तीन चुनाव में कांग्रेस तीसरे नंबर पर आ रही है। यहां से कांग्रेस के डॉ. योगानंद शास्त्री ने दो बार जीत दर्ज की। वह दिल्ली विधानसभा के स्पीकर और दिल्ली सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
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