सर्दियों में बचेगी बेघरों की जान! DUSIB दिल्ली के इन इलाकों में लगाएगा दर्जनों टेंट
Delhi Urban Shelter Improvement Board दिल्ली सरकार के तहत दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड यानी डूसिब इस बार बेघरों को सर्दियों से बचाने के लिए 250 टेंट लगाने जा रही है। DUSIB के अधिकारी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर इसकी संख्या का बढ़ाया जाएगा। ये टेंट निगम बोध घाटसराय काले खां एम्स व हनुमान मंदिर जैसे 126 स्थानों पर लगाए जाएंगे।

वी के शुक्ला, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के तहत दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) इस बार बेघरों को सर्दियों से बचाने के लिए 250 पगोडा टेंट लगाएगा, पिछले साल की अपेक्षा इस बार 50 टेंट अधिक लगाने का लक्ष्य रखा गया है।ये टेंट फायर व वाटर प्रूफ भी होंगे। ये टेंट निगम बोध घाट,सराय काले खां, एम्स व हनुमान मंदिर जैसे 126 स्थानों पर लगाए जाएंगे।
ये अस्थाई टेंट मार्च महीने तक रहेंगे। इसी के साथ ही डूसिब बेघरों के लिए 15 नवंबर से 24 घंटे के लिए कंट्रोल रूम भी शुरू करने जा रहा है इसके अलावा रैन बसेरा एप भी सक्रिय होने जा रहा है।विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ठंड बढ़ने पर सड़कों से बेघरों को उठाकर रैन बसेरों में लाने का अभियान भी तेज किया जाएगा।।इस कार्य के लिए 17 टीमें लगाई गई हैं।
ठंड बढ़ने के साथ रैन बसेरों में बढ़ेगी बेघरों की संख्या
दिल्ली में इस समय 206 रैन बसेरे स्थाई रूप से बने हैं। जिनकी क्षमता 17 हजार से ज्यादा है। जिनमें इस समय 10 हजार से अधिक बेघर रह रहे हैं। द्वारका आदि में बने रैन बसेरे अभी खाली भी हैं। रात में जैसे-जैसे ठंड शुरू होने के बाद अब जैसे-जैसे बढ़ेगी, दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) सड़कों पर सोने वाले बेघरों को रैन बसेरों में ले जाए जाने का अभियान तेज करता जाएगा।
फाइल फोटो
डूसिब (Delhi Urban Shelter Improvement Board) ने इस कार्य के लिए 17 टीमें लगाई हैं। डूसिब ने कहा है कि लोग रैन बसेरा एप बेघरों की पता के साथ फोटो खींच कर डाल सकते हैं, बताए गए स्थान पर उनकी टीमें बेघरों को लेने के लिए पहुंचेंगी।
इस बार बेघरों के लिए सर्दियों में लगने हैं 250 टेंट
डूसिब के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस बार सर्दियों में बेघरों के लिए 250 टेंट लगने हैं। ये टेंट बरसात से बचाएंगे और आग लगने का खतरा कम होगा। इन्हें लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। डूसिब के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जैसे जैसे जरूरत महसूस होगी, रैन बसेरे बढ़ते जाएंगे।
इन समय बेघरों को सुबह का नाश्ता और दो समय का भोजन दिया जा रहा है।अधिकारी ने कहा कि सभी बेघरों को चारपाई,गद्दे,चादर, तकिया व अब ओढ़ने के लिए पर्याप्त कंबल उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी की जा रही है।
कई जगह बेघरों को रात्रि विश्राम के लिए इस बार बंकर बेड उपलब्ध कराए जाएंगे। यह बेड डबल होते हैं। एक बेड के बराबर स्थान में ऊपर नीचे दो लोग सो सकते हैं। अभी तक कुछ रैन बसेरों में जमीन पर लेटने की व्यवस्था थी, जिसे समाप्त किया जा रहा है।
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