बेटियों को बोझ और बेटों को जीवन बीमा समझने वाली सोच को समाप्त करना होगा: किरण बेदी
ग्रेटर नोएडा में दहेज के लिए एक महिला को जला दिया गया जिस पर पूर्व आईपीएस किरण बेदी ने दुख जताया। उन्होंने इस घटना को पुरानी मानसिकता का परिणाम बताया जहां बेटियों को बोझ और बेटों को बीमा समझा जाता है। उन्होंने कहा कि समाज को अपनी सोच बदलनी होगी ताकि ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ग्रेटर नोएडा में दहेज के लिए एक महिला को आग के हवाले किए जाने की सनसनीखेज वारदात ने समाज को झकझोर दिया है। इस घटना पर पूर्व आइपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारी पुरातन मानसिकता का परिणाम है। जिसमें बेटियों को बोझ और बेटों को बीमा समझा जाता है।
किरण बेदी ने कहा कि जब तक समाज बेटे को जीवन बीमा और दहेज का साधन मानता रहेगा और बेटी को बोझ समझता रहेगा, तब तक ऐसी हत्याएं होती रहेंगी। ऐसे सोच को समाप्त करना होगा।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने निक्की प्रकरण का स्वत: लिया संज्ञान
राष्ट्रीय महिला आयोग ने निक्की हत्या कांड प्रकरण का स्वत: संज्ञान लिया है। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया राहतकर ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखकर तीन दिनों के भीतर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
साथ ही आयोग ने निष्पक्ष और त्वरित जांच कर कार्रवाई पर जोर देते हुए पुलिस को पीड़ित परिवार व गवाहों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने को निर्देशित किया है।
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