बांग्लादेशी सामानों का बहिष्कार, 'दिल्ली छोड़ो' के चिपकाए पोस्टर; विरोध मार्च भी निकाला
कश्मीरी गेट का बाजार बांग्लादेश के सामानों का बहिष्कार कर रहा है। बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में यह कदम उठाया गया है। बाजार में बांग्लादेशी सामान-भारत छोड़ो बांग्लादेशी रोहिंग्या दिल्ली छोड़ो के पोस्टर चिपकाए हैं। थोक बाजारों के दुकानदारों ने विरोध मार्च भी निकाला था। आगे विस्तार से पढ़िए यह पूरी खबर।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ ही अन्य अल्पसंख्यकों के साथ जारी बर्बरता के विरोध में दिल्ली के बाजारों में बांग्लादेश के कारोबारी बहिष्कार का क्रम शुरू हो गया है।
दुकानदारों ने भी निकाला था विरोध मार्च
बुधवार को ऑटो पार्ट्स के बाजार कश्मीरी गेट के कुछ दुकानों के बाहर 'बांग्लादेशी सामान-भारत छोड़ो, बांग्लादेशी रोहिंग्या दिल्ली छोड़ो' के पोस्टर चिपकाए हैं। बांग्लादेश में जारी बर्बरता के विरुद्ध दिल्ली के थोक बाजारों के दुकानदारों ने विरोध मार्च भी निकाला था और रोहिंग्या की पहचान कर उसकी जानकारी दिल्ली पुलिस को देने का काम किया।
सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया...
इस क्रम में अब बांग्लादेश के बहिष्कार के अभियान ने भी गति पकड़ी है। इस संबंध में चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि सीटीआई की ओर से बांग्लादेश से कारोबार के बहिष्कार का अभियान शुरू किया गया है, जो वहां बड़ी संख्या में हिंदुओं पर अत्याचार को देखते हुए लिया गया है।
बांग्लादेशी सामान की होली भी जलाई जाएगी
उन्होंने बताया कि यह अभियान 26 दिसंबर को कश्मीरी गेट मार्केट से शुरू होकर 100 से ज्यादा बाजारों में पहुंचेगा। उन्होंने बताया कि इस मौके पर कश्मीरी गेट मार्केट में बांग्लादेशी सामान की होली भी जलाई जाएगी। दिल्ली के ऑटो, स्कूटर व ट्रैक्टर पार्ट्स का काफी कारोबार बांग्लादेश से होता है।
कश्मीरी गेट मार्केट में जलाई गई बांग्लादेशी सामानों की होली
पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा है। बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार के खिलाफ दिल्ली के व्यापारियों में भी नाराजगी देखी जा रही है। इसलिए दिल्ली के बाजारों में बांग्लादेशी रोहिंग्या-दिल्ली छोड़ो अभियान शुरू किया गया है। इसका आगाज कश्मीरी गेट स्थित आटो पार्ट्स मार्केट में बांग्लादेशी उत्पादों की होली जलाकर किया गया।
व्यापारियों के संगठन चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि यह अभियान दिल्ली के 100 से ज्यादा बाजारों में चलाया जाएगा, जिसमें बांग्लादेशी रोहिंग्या-दिल्ली छोड़ो और बांग्लादेश से कारोबार बंद हो की मांग की जाएगी।
आटोमोटिव पार्ट्स मर्चेंट एसोसिएशन (अपमा) के अध्यक्ष विनय नारंग ने कहा कि आज सैकड़ों व्यापारी साथ आए हैं। आने वाले दिनों में दिल्ली के सभी बाजारों के व्यापारी साथ आएंगे। कश्मीरी गेट के आटो पार्ट्स कारोबारियों ने अगले एक माह तक बांग्लादेश के साथ सभी तरह की व्यापारिक गतिविधियों को बंद करने का निर्णय लिया है।
सीटीआइ के महासचिव गुरमीत अरोड़ा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक गर्ग ने बताया कि 2023-24 में दोनों देशों के बीच 14 बिलियन डालर (करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये) का व्यापार हुआ था। अब सरकार को सख्त फैसले लेकर आर्थिक तौर पर बांग्लादेश के ऊपर दबाव बनाना होगा।
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लाजपत नगर मार्केट के अध्यक्ष कुलदीप अरोड़ा ने कहा कि हमारे देश के उद्यमियों में बांग्लादेश को मात देने का सामर्थ्य है। गारमेंट्स इंडस्ट्री काफी बड़ी है। यदि केंद्र सरकार सस्ती दरों पर जमीन दें और उद्योग लगाने में मदद करे, तो यहां निर्माण यूनिट्स खोली जा सकती हैं। इस अवसर पर सीटीआइ के उपाध्यक्ष राहुल अदलखा और राजेश खन्ना समेत कई व्यापारी मौजूद रहे।
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