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    JNU में अंतिम वर्ष के 232 विद्यार्थियों को 31 मई तक छात्रावास खाली करने का नोटिस, थीसिस सबमिशन और अंतिम परीक्षाएं हैं नजदीक

    Updated: Fri, 16 May 2025 09:13 PM (IST)

    जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने अंतिम वर्ष के 232 छात्रों को 31 मई तक छात्रावास खाली करने का नोटिस भेज दिया है। विश्वविद्यालय का कहना है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन जेएनयू के छात्रों की थीसिस और अंतिम परीक्षाएं नजदीक होने के कारण उनमें चिंता और नाराजगी है।

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    जेएनयू ने छात्रों को भेजा छात्रावास खाली करने का नोटिस।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने 232 अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को 31 मई तक छात्रावास खाली करने का नोटिस जारी किया है।

    यह कदम उस समय उठाया गया है, जब विद्यार्थियों की थीसिस सबमिशन और अंतिम परीक्षाएं नजदीक हैं, जिससे छात्रों में चिंता और नाराजगी फैल गई है। हालांकि, विश्वविद्यालय ने इसे सामान्य प्रक्रिया बताया है।

    छात्रावास खाली नहीं करने पर एक जून से मेस व अन्य सुविधाएं होंगी बंद

    पिछले एक सप्ताह में विभिन्न छात्रावासों में लगाए गए इन नोटिसों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पीएचडी (2017 से 2021 बैच), मास्टर्स, एकीकृत बैचलर-मास्टर्स, एमसीए, एमटेक और बीटेक (2020 व 2023 बैच) के उन छात्रों की छात्रावास सुविधा 31 मई के बाद समाप्त कर दी जाएगी, जिनकी डिग्री लगभग पूरी हो चुकी है।

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    आठ मई को जारी एक नोटिस में लिखा गया है कि सभी संबंधित छात्रों से अनुरोध है कि वे 31 मई, 2025 तक अपने छात्रावास कक्ष खाली करें और नो ड्यूज सर्टिफिकेट प्राप्त करें। ऐसा न करने पर एक जून से मेस व छात्रावास सुविधाएं बंद कर दी जाएंगी।

    विस्तार सिर्फ इंटर हॉल एडमिनिस्ट्रेशन की पूर्व अनुमति से ही संभव

    13 मई को एक अन्य नोटिस में कहा गया कि 31 मई के बाद कोई भी विस्तार केवल इंटर- हाॅल एडमिनिस्ट्रेशन (आइएचए) की पूर्व अनुमति से ही संभव है। नियमों की अनदेखी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। छात्रों का कहना है कि यह निर्णय न केवल अनुचित है, बल्कि यह शैक्षणिक कार्यों में भी बाधा डालता है।

    पूरे मामले में जेएनयू की डीन ऑफ स्टूडेंट्स प्रो. मनुराधा चौधरी ने कहा, छात्रावास में रुकना अकादमिक कैलेंडर से जुड़ा होता है। अंतिम सेमेस्टर के समाप्त होते ही छात्रावास सुविधा भी समाप्त हो जाती है।

    छात्रों को यदि अधिकतम समय के भीतर शोध जारी रखना है तो वे विश्वविद्यालय में कार्य कर सकते हैं, लेकिन छात्रावास सुविधा नहीं दी जा सकती।

    फेलोशिप की तैयारी कर रहे छात्रों को एक माह का विस्तार 

    डीन ने कहा, अगर समयावधि पूरी होने के बावजूद छात्रों को छात्रावास में रहने की अनुमति दे दी जाएगी, तो नए छात्रों को छात्रावासों का आवंटन कैसे किय जा सकता है।

    उन्होंने यह भी बताया कि कुछ विशेष मामलों में, जैसे प्रवेश परीक्षा या फेलोशिप की तैयारी कर रहे छात्रों को 30 जून तक एक माह का विशेष विस्तार दिया गया है।

    उन्होंने कहा कि यह सामान्य प्रक्रिया है, जो छात्रों की शिक्षा के लिए तय समय निकलने के बाद अपनाई जाती है।

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