हाल-ए-दिल्ली: छत पर गुजरी रात... गंदे पानी में डूबा घर का सामान, बच्चों की हालत देख सहम उठा दिल
Delhi Waterlogging दक्षिणी दिल्ली के जसोला गांव में तीन दिन से नाले का पानी भरने से बुरा हाल है। पाइप जाम होने से घरों में पानी घुस गया है जिससे लोग छत पर रहने को मजबूर हैं। एक बच्ची की मौत भी हो चुकी है। विधायक और भाजपा नेता ने अधिकारियों के साथ मिलकर पानी निकालने का काम शुरू कर दिया है।

अमित भाटिया, दक्षिणी दिल्ली। दिल्ली में जसोला गांव में पानी की निकासी के लिए डाले गए पाइप जाम होने से तीन दिन से यहां नाले का गंदा पानी भरा हुआ है। सोमवार को भी ओखला हेड एसटीपी से लगातार पानी आने के कारण लोगों के घरों में एक-डेढ़ फुट पानी जमा हो गया। ऐसे में लोगों का काफी सामान उसमें डूब गया।
हालात यह है कि निचले इलाकों में लोग घरों की छत पर शरण लेने को मजबूर हैं। इलाके की बिजली रविवार से कटी हुई है। सोमवार को विधायक अमानतुल्लाह खान और स्थानीय भाजपा नेता मनीष चौधरी ने जल बोर्ड व नगर निगम के अधिकारियों को मौके पर बुलाया, जिसके बाद पानी निकासी के प्रयास शुरू किए गए।
जसोला गांव में निकासी के लिए बने नाले का पानी जसोला विहार मेट्रो स्टेशन के नीचे से होकर दूसरी तरफ नाले में जाता है। नाले और मेट्रो स्टेशन के बीच पानी निकासी के लिए सड़क के नीचे पाइप डाले गए हैं।
बता दें कि शनिवार को हुई वर्षा के दौरान पाइप में गंद जमा होने के कारण वह जाम हो गया। इस कारण नाला ओवरफ्लो होने से गंदा पानी सड़क पर बहने लगा। शनिवार को जलभराव के कारण पानी में डूबकर एक बच्ची की मौत हो गई थी।
इसके बावजूद रविवार को पानी निकासी के लिए प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। सोमवार को हालात और ज्यादा खराब हो गए। ओखला हेड एसटीपी से लगातार पानी आने के कारण जसोला गांव (Jasola waterlogging) पूरी तरह जलमग्न हो गया। अचानक पानी बढ़ने से लोगों को अपना सामान बचाने तक का मौका नहीं मिला। घरों में पानी घुसने से लोगों के घरों में रखे बेड, सोफा व अन्य सामान खराब हो गए।
वहीं, कई घरों और प्रतिष्ठानों के बेसमेंट में पानी भरने से उन्हें डर सता रहा है कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाए। ऐसे में लोग घरों में मोटर पानी निकालते दिखे। निचले इलाके में बने मकानों में तो कमर तक पानी भरने के कारण लोग घर की छत पर चढ़ गए। देर शाम तक ऐसे ही हालात बने हुए थे।
लोगों ने अपने बच्चों को रिश्तेदारों के यहां भेजा
जसोला गांव में जमा पानी में डूबकर बच्ची की मौत होने और दो दिन से बिजली व पीने का पानी नहीं होने के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। ऐसे में रविवार को बहुत से लोगों ने अपने बच्चों को या तो गांव या फिर अपने किसी रिश्तेदार के यहां भेज दिया।
स्थानीय निवासी अनीष चौधरी ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चों को गांव भेज दिया है। शाम को वह भी चले जाएंगे। यहां कोई हादसा हो गया तो और मुसीबत होगी। असलम अहमद के घर में भी पानी जमा होने के कारण उन्होंने भी अपनी पत्नी और बच्चों को एक रिश्तेदार के घर भेज दिया है।
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उन्होंने बताया कि बिजली और पानी नहीं होने के कारण बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल था। वहीं एक अन्य निवासी निक्की ने बताया कि इस हालात के लिए स्थानीय निवासी भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं, जिन्होंने नाले पर जगह-जगह अतिक्रमण कर लिया है। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। आसिफ ने बताया कि उनके घर में पानी जमा होने से घर का सारा सामान खराब हो गया है।
फिलहाल गांव में जमा पानी निकालने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि लोगों को राहत मिल सके। इसके बाद अधिकारियों से चर्चा कर इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढा जाएगा। - अमानतुल्लाह खान, विधायक, ओखला विधानसभा
मेट्रो स्टेशन की दीवार के साथ सड़क को तोड़कर पानी निकासी का काम शुरू किया गया। इससे गांव से पानी निकलना शुरू हो गया है। उम्मीद है कि रात तक गांव से पानी निकल जाएगा। इसके बाद पाइप बदल कर सड़क बनाई जाएगी। उम्मीद है बुधवार तक स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो जाएगी। - मनीष चौधरी, प्रदेश महामंत्री, भाजपा ओबीसी मोर्चा
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