जामिया के पास आउट छात्रों को चक्कर लगाने की जरूरत नहीं, अब ऑनलाइन हासिल कर सकेंगे प्रोविजनल सर्टिफिकेट
जामिया मिलिया इस्लामिया ने छात्रों के लिए ऑनलाइन प्रोविजनल सर्टिफिकेट की सुविधा शुरू की है। अब नियमित प्राइवेट और डिस्टेंस मोड के छात्र 25 सितंबर 2025 से ऑनलाइन आवेदन कर सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकेंगे। उन्हें विश्वविद्यालय के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। छात्र पोर्टल पर शुल्क जमा करके 24 घंटे में सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं। यह कदम डिजिटल इंडिया की ओर एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ई-गवर्नेंस को मजबूती और छात्र-केंद्रित सेवाओं को बढ़ावा देने की दिशा में जामिया मिलिया इस्लामिया ने एक अहम कदम उठाया है। अब विश्वविद्यालय के सभी पास आउट छात्र, चाहे वे नियमित, प्राइवेट या डिस्टेंस मोड कोर्स से हों, अपने अस्थायी (प्रोविजनल) प्रमाण पत्र केवल आनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे। यह सुविधा 25 सितंबर 2025 से प्रभावी हो गई है।
परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के अनुसार, यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी होगी। छात्रों को अब प्रमाण पत्र के लिए विश्वविद्यालय कार्यालय के चक्कर लगाने या लंबे समय तक प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं होगी। वे विश्वविद्यालय के स्टूडेंट पोर्टल (https://jmicoe.in) पर आवेदन कर शुल्क जमा करने के बाद कुछ ही मिनटों में 24 घंटे प्रमाण पत्र डाउनलोड कर सकेंगे।
छात्रों को 300 रुपये शुल्क (50 प्रमाण पत्र और 250 रुपये आटोमेशन चार्ज) जमा करना होगा। इस डिजिटल पहल पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. पवन कुमार शर्मा ने कहा, “यह कदम हमारी डिजिटल परिवर्तन यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे न केवल प्रशासनिक दक्षता बढ़ेगी बल्कि छात्र कहीं से भी आसानी से अपने दस्तावेज़ प्राप्त कर सकेंगे।”
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