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    दिल्ली में 'कृत्रिम बारिश' पर फंसा पेंच, 5 साल से केंद्रीय मंत्री के जवाब के इंतजार में बैठी केजरीवाल सरकार

    Updated: Sun, 01 Sep 2024 03:06 PM (IST)

    दिल्ली सरकार प्रदूषण को रोकने के लिए कृत्रिम बारिश कराने को लेकर प्रयासरत है लेकिन इसे केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से हरी झंडी नहीं मिल रही है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में कृत्रिम बारिश बारिश कराने की अनुमति केंद्र सरकार नहीं दे रही है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से मिलने के लिए समय मांगा जा रहा है लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा।

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    दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की कृत्रिम बारिश को लेकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार प्रदूषण को रोकने के लिए 'कृत्रिम बारिश' कराने को लेकर प्रयासरत है, लेकिन इसे केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से हरी झंडी नहीं मिल रही है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में कृत्रिम बारिश बारिश कराने की अनुमति केंद्र सरकार नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पर्यावरण को बेहतर और प्रदूषण को कम करने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से मिलने का पांच साल से समय मांगा जा रहा है, लेकिन सामने से कोई जवाब नहीं मिल रहा है।

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    उन्होंने कहा कि भाजपा के केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र भी लिखा लेकिन उनके पास जवाब देने की फुर्सत नहीं है। दिल्ली वालों ने पिछले तीन बार से भाजपा के 7 सांसदों को जिताया लेकिन भाजपा ने फिर भी दिल्ली की जनता और दिल्ली के पर्यावरण के लिए कुछ नहीं किया। वहीं दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराए जाने के खबरों पर बीजेपी ने आप सरकार पर कई सवाल उठाए हैं। इसके जवाब में गोपाल राय ने कहा कि आप सरकार के नेतृत्व में दिल्ली का प्रदूषण लगातार कम हो रहा है। आंकड़े इस बात के गवाह हैं।

    कृत्रिम वर्षा का सुझाव IIT कानपुर के विज्ञानियों ने दिया

    उन्होंने कहा कि कृत्रिम वर्षा का सुझाव भी गंभीर श्रेणी के प्रदूषण वाले दिनों के लिए आईआईटी कानपुर के पर्यावरण विज्ञानियों ने दिया है। इसलिए हमने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर सहयोग करने को कहा है। वह भी इसलिए क्योंकि कृत्रिम वर्षा के लिए अनेक केंद्रीय एजेंसियों और विभागों की भी अनुमति चाहिए। लेकिन दुखद है कि पांच साल से मैं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से मिलने का समय मांग रहा हूं मगर नहीं मिल रहा। ऐसा लगता है कि उन्हें दिल्ली से कोई मतलब ही नहीं है।

    दिल्ली का अपना प्रदूषण सिर्फ 31 प्रतिशत

    उन्होंने कहा कि सीएसई का अध्ययन बताता है कि दिल्ली का अपना प्रदूषण सिर्फ 31 प्रतिशत है जबकि बाकी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा का है। भाजपा का आरोप है कि आप सरकार ने कनॉट प्लेस के स्मॉग टावर पर करोड़ों रुपया बर्बाद कर दिया। मैं पूछना चाहता हूं कि सुप्रीम कोर्ट के कहने पर दिल्ली में दो स्मॉग टावर लगाए गए थे, एक केंद्र सरकार ने आनंद विहार में लगाया और दूसरा आप सरकार ने कनॉट प्लेस में। दोनों के परिणाम एक समान रहे हैं। तब पैसा केवल आप सरकार ने कैसे बर्बाद कर दिया, आनंद विहार के स्मॉग टावर पर भाजपा चुप क्यों है?

    कई देशों में कृत्रिम वर्षा का हुआ सफल प्रयोग

    उन्होंने कहा कि हम हाथ जोड़कर केंद्र की भाजपा सरकार से सहयोग करने के लिए कह रहे हैं कि दिल्ली के प्रदूषण से सब मिल जुलकर ही मुकाबला कर सकते हैं। कृत्रिम वर्षा का चीन, मलेशिया, इंडोनेशिया सहित कई देशों में सफल प्रयोग हो चुका है, पिछले साल लाहौर में भी कराई गई थी। दिल्ली सरकार पर भााजपा के लिए अंगुली उठाना बहुत आसान है, लेकिन आंकड़ों की हकीकत खुद ही इन आरोपों को नकार देती है।प्रदूषण से निपटने के लिए जितने कदम आप सरकार ने उठाए हैं, उतने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा की किसी भी भाजपा सरकार ने नहीं उठाए।

    विंटर एक्शन प्लान को लेकर पांच सितंबर को अगली बैठक

    गोपाल राय ने कहा कि हम तथ्यों के आधार पर बात करते हैं, बेबुनियाद आरोप नहीं लगाते। एनसीआर की सभी सरकारों को हाथ मिलाकर ही काम करना होगा। केंद्र सरकार भी अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती। हमने विंटर एक्शन प्लान को लेकर पांच तारीख को अगली बैठक बुलाई है। अगर भाजपा और कांग्रेस के पास कोई सुझाव है तो हमें दे सकती हैं, हम उस पर भी काम करेंगे।

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