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    दिल्ली के ISBT अब एयरपोर्ट की तरह होंगे विकसित, इन सुविधाओं से होगा लैस

    दिल्ली सरकार आनंद विहार और सराय काले खां के आईएसबीटी को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करेगी। यहाँ यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं जैसे एस्केलेटर छह मंजिला पार्किंग और व्यावसायिक हब बनाए जाएंगे। डीएमआरसी को पुनर्विकास की जिम्मेदारी सौंपी गई है और पीपीपी मॉडल के तहत यह परियोजना आगे बढ़ेगी। आईएसबीटी में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बैंक्वेट हॉल होटल और अन्य सुविधाएँ भी होंगी जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।

    By V K Shukla Edited By: Rajesh KumarUpdated: Wed, 21 May 2025 06:30 AM (IST)
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    दिल्ली सरकार आनंद विहार और सराय काले खां के आईएसबीटी को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करेगी। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार आनंद विहार और सराय काले खां के आइएसबीटी को अत्याधुनिक बनाएगी। इन्हें एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। आइएसबीटी पर खाने-पीने के सामान से लेकर यात्रियों के आने-जाने तक की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

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    एयरपोर्ट की तर्ज पर लेवल एस्केलेटर लगाए जाएंगे। लोग पैदल चलने के बजाय खड़े होकर एक जगह से दूसरी जगह पहुंच सकेंगे, सबकुछ व्यवस्थित होगा। तेज आवाज में चिल्लाकर यात्रियों को चढ़ने की इजाजत नहीं होगी। आइएसबीटी पर तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा।

    सरकार की योजना इन्हें बसों के लिए छह मंजिला पार्किंग के साथ-साथ व्यावसायिक हब के रूप में विकसित करने की है, जिससे सरकार को राजस्व भी प्राप्त होगा। परिवहन विभाग और दिल्ली परिवहन अवसंरचना विकास निगम (डीटीआईडीसी) ने यह जिम्मेदारी डीएमआरसी को सौंप दी है।

    डीएमआरसी ने इन दोनों आईएसबीटी के पुनर्विकास के लिए एक सलाहकार फर्म नियुक्त की थी, जिसने प्रारंभिक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) सौंप दी है। जिस पर बदलाव के बाद अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। नई सरकार आने के बाद इस परियोजना को लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं।

    परिवहन आयुक्त ने भी इसे लेकर हाल ही में एक बैठक की है। इसे पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत बनाया जाएगा। जिसमें सरकार का पैसा भी खर्च नहीं होगा और सरकार को राजस्व भी मिलेगा।

    आनंद विहार आईएसबीटी 22 एकड़ में फैला है और सराय काले खां आईएसबीटी 32 एकड़ में फैला है। इनके पुनर्विकास की योजना पर पिछले कई सालों से काम चल रहा है।

    पहले इनके लिए डिजाइन भी बनाए गए थे, लेकिन सब कागजों तक ही सीमित रह गए। योजनाएं आगे नहीं बढ़ पाईं। लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद अब इन परियोजनाओं के आगे बढ़ने की उम्मीद जगी है।

    इस प्रोजेक्ट के लिए एफआर बढ़ाने और संस्थागत भूमि पर व्यावसायिक गतिविधि के लिए डीडीए से मंजूरी लेनी होगी। इस काम में कोई बाधा न आए, इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।

    आनंद विहार और सराय काले खां आईएसबीटी से दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों के लिए भी बसें चलती हैं। इन दोनों आईएसबीटी से रोजाना सैकड़ों बसें चलती हैं। इन दोनों जगहों पर अंतरराज्यीय बस अड्डे के अलावा रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन भी मौजूद हैं।

    सराय काले खां में पिंक लाइन मेट्रो का अंडरग्राउंड स्टेशन है। रैपिड रेल से भी कनेक्टिविटी है। इसे टीओडी के तहत विकसित किया जाएगा। जहां ईको-फ्रेंडली वॉकवे के जरिए आरआरटीएस, मेट्रो, आईएसबीटी और रेलवे स्टेशनों पर निर्बाध प्रवेश सुनिश्चित किया जाएगा।

    परियोजना के मुख्य बिंदु

    • यात्रियों के लिए टिकट एटीएम, प्रतीक्षा सुविधाएं और मनोरंजन क्षेत्र होंगे।
    • यात्रियों के लिए रेलवे, मेट्रो, आरआरटीएस, स्थानीय और अंतरराज्यीय बसों सहित परिवहन के विभिन्न साधनों तक पहुंच की व्यवस्था होगी।
    • भूमि के एक बड़े हिस्से में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, बैंक्वेट सुविधाएं, बजट होटल, छत पर रेस्तरां, कैफे, कार्यालय, छात्र आवास, किराये के आवास और पेशेवरों के लिए आवास भी होंगे।

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