जस्टिस यशवंत वर्मा पर जांच तेज, तीन जजों की कमेटी ने फायर बिग्रेड विभाग के निदेशक का बयान किया दर्ज
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास पर लगी आग में मिले जले हुए नोटों के मामले की जांच के लिए तीन जजों की कमेटी बनाई है। आज यह कमेटी दिल्ली अग्निशमन विभाग के निदेशक अतुल गर्ग का बयान दर्ज कर रही है। इससे पहले पुलिस आयुक्त ने घटना वाली रात जस्टिस वर्मा के आवास पर पहुंचने वाले पुलिसकर्मियों से बातचीत की थी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली।Justice Yashwant Verma Case: दिल्ली हाकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा (Justice Yashwant Verma) के तुगलक क्रिसेंट स्थित सरकारी आवास में आग लगने से बेहिसाब जले नोट मिलने के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के चीफ जस्टिस द्वारा गठित तीन जजों की उच्च स्तरीय जांच कमेटी आज दिल्ली अग्निशमन विभाग के निदेशक अतुल गर्ग का बयान दर्ज कर रही है।
चाणक्यपुरी स्थित हरियाणा गेस्ट हाउस में जांच से जुड़े कमेटी के तीनों सदस्यों ने पिछले कई दिनों से कैंप किया हुआ है। वहां आज अतुल गर्ग की जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था। गर्ग पौने तीन बजे पहुंच गए थे। वहां उनका बयान दर्ज किया जा रहा है।
गृह मंत्रालय को सौंप दी थी रिपोर्ट
इससे पहले पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने मंगलवार को घटना वाली रात पीसीआर कॉल मिलने के बाद जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास पर पहुंचने वाले तुगलक रोड थाने के पुलिसकर्मियों व अग्निशमन विभाग के कर्मियों को पुलिस मुख्यालय बुलाकर उनसे विस्तृत बातचीत की थी। सभी से एक-एक जानकारी प्राप्त की और उसके बाद रिपोर्ट तैयार कर गृह मंत्रालय को सौंप दी।
गौरतलब है कि 14 मार्च को अपने आवास में लगी आग को बुझाने के दौरान नकदी की बरामदगी की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित इन-हाउस जांच समिति के समक्ष अपनी गवाही से पहले न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा कानूनी राय ले रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने बीते कुछ दिनों में वकीलों की एक टीम से मुलाकात की है।
तीन जजों की कमेटी भी जांच करने उनके आवास पहुंची
इन वकीलों से न्यायमूर्ति वर्मा ने अपने आवास पर बातचीत की है। बुधवार को जस्टिस वर्मा के तुगलक क्रिसेंट रोड स्थित सरकारी आवास पर नई दिल्ली जिले के डीसीपी देवेश महला मुआयना करने पहुंचे थे।
पुलिस ने डीसीपी के नेतृत्व में स्टोर रूम का मुआयना करने के बाद इसे सील कर दिया था। इससे पहले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शील नागू की अध्यक्षता में गठित तीन जजों की कमेटी भी जांच करने उनके आवास पर पहुंची थी।
स्टोर रूम की हुई वीडियोग्राफी
स्टोर रूम को सील करने से पहले पुलिस ने उसकी वीडियोग्राफी कराई। दोपहर करीब दो बजे नई दिल्ली जिला के डीसीपी देवेश महला ने तुगलक रोड सब डिवीजन के एसीपी वीरेंद्र जैन समेत छह-सात पुलिसकर्मियों के साथ जस्टिस वर्मा के आवास पर पहुंचे। पुलिस टीम के साथ मामले की जांच के लिए गठित की गई तीन जजों की उच्च स्तरीय जांच कमेटी के सदस्यों के कोर्ट स्टाफ भी मौजूद थे।
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