Independence Day 2023: 10 हजार जवान, एक हजार CCTV कैमरे; लाल किले के आस-पास रहेगा सुरक्षा का कड़ा पहरा
Independence Day 2023 अकेले लाल किला व आसपास लगभग पांच हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। लाल किला व आसपास एक हजार से अधिक आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। निगरानी के लिए मचान व मोर्चे बनाए गए हैं। लाल किले के आसपास किसी भी तरह के फ्लाइंग आब्जेक्ट को उड़ाने पर प्रतिबंध है। सुरक्षा को लेकर पुलिस दो माह पहले से तैयारी शुरू कर दी थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Independence Day 2023 : स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में आतंकी हमला होने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में दिल्ली पुलिस ने अपनी तरफ से पूरी राजधानी में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। सुरक्षा को लेकर पुलिस दो माह पहले से तैयारी शुरू कर दी थी।
सुरक्षा के लिए बनाए जा रहे मचान और मोर्चे
लाल किला व उसके आसपास चरणबद्ध तरीके से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। लाल किले पर जमीन से आसमान तक सुरक्षा का कड़ा पहरा शुरू कर दिया गया है।
पीछे यमुना नदी में भी पुलिसकर्मी मोटर बोट के साथ गश्त कर रहे हैं। किले के चारों तरफ दिन-रात पेट्रोलिंग की जा रही है। 15 अगस्त को पीएम आवास से लाल किले तक 10 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
फ्लाइंग आब्जेक्ट को उड़ाने पर प्रतिबंध
अकेले लाल किला व आसपास लगभग पांच हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। लाल किला व आसपास एक हजार से अधिक आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। निगरानी के लिए मचान व मोर्चे बनाए गए हैं। लाल किले के आसपास किसी भी तरह के फ्लाइंग आब्जेक्ट को उड़ाने पर प्रतिबंध है। दिल्ली पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल के लिए कई बैठकें भी हो चुकी हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह काफी भव्य तरीके से मनाया जाएगा। इस बार कोरोना को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं है। ऐसे में लोग भी काफी संख्या में आएंगे। सुरक्षा की दृष्टि से लाल किले पर पहली बार इजरायली साफ्टवेयर से युक्त आटोमेटिक फेस रिकाग्निशन सिस्टम (एफआरस) समेत आधुनिक कैमरे लगाए गए हैं।
लाल किले के हर क्षेत्र को कवर करते हुए यहां 550 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। प्रत्येक प्रवेश द्वार पर एफआएस कैमरे लगे हैं। सिस्टम में पहले से आतंकियों व बदमाशों का डोजियर का डाटाबेस में है। कैमरा उनके चेहरों को पकड़ते ही पुलिस को अलर्ट कर देगा। लाल किले के आसपास व पीएम रूट पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। हर हलचल पर नजर रखने के लिए चार कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।
- सागर सिंह कलसी, डीसीपी
जमीन पर नहीं बैठेंगे छात्र
पहले स्वतंत्रता दिवस पर छात्र जमीन पर बैठकर प्रधानमंत्री का भाषण सुनते थे। इस बार वे कुर्सियों पर बैठेंगे। वो भी किसी कोने में नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री जहां से भाषण देंगे, ठीक उसके सामने।
यहां हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के बैठने की व्यवस्था की गई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो इस बार लाल किले पर करीब 20 हजार दर्शक आएंगे।