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    मस्जिद में अजान पर फिर विवाद, अब इस किताब ने बताया ध्वनि प्रदूषण का स्रोत

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Mon, 03 Jul 2017 08:49 PM (IST)

    आइसीएसई स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली एक किताब में मस्जिद को ध्वनि प्रदूषण के स्रोत के रूप में दिखाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भड़का।

    मस्जिद में अजान पर फिर विवाद, अब इस किताब ने बताया ध्वनि प्रदूषण का स्रोत

    नई दिल्ली (जेएनएन)। इसी साल अप्रैल में बॉलीवुड फिल्मों के गायक सोनू निगम ने यह कहकर विवाद को जन्म दिया था कि उनके घर के पास स्थित मस्जिद की अजान की आवाज से उनकी नींद टूट जाती है। इस पर भी काफी बवाल हुआ था। अब इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (आइसीएसई) के स्कूलों में पढ़ाई जा रही एक किताब में मस्जिद को ध्वनि प्रदूषण का स्रोत बताया गया है। किताब के इस अंश के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर विवाद शुरू हो गया है। लोगों ने किताब से इस विवादित अंश को तुरंत हटाने की मांग की है।

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    वहीं, आइसीएसई ने कहा है कि बोर्ड ने किताब को पढ़ाने की सिफारिश नहीं की है। इस मामले से स्कूलों को ही निपटना होगा। आइसीएसई के स्कूलों में पढ़ाई जा रही विज्ञान की किताब में ध्वनि प्रदूषण के कारकों पर आधारित एक अध्याय है। इसमें एक चित्र के माध्यम से ध्वनि प्रदूषण के कारक के रूप में ट्रेन, कार, विमान और एक मस्जिद को दिखाया गया है।

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    इस चित्र को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए लोगों ने आपत्ति जताई है और किताब के इस अंश को तत्काल हटाने की मांग की है। किताब के प्रकाशक हेमंत गुप्ता ने इसके लिए सोशल मीडिया पर माफी मांगी है और लोगों को आश्वासन दिया है कि किताब के आने वाले संस्करणों में इस चित्र को बदल दिया जाएगा।

    वहीं, आइसीएसई के मुख्य कार्यकारी एवं सचिव गेरी अराथून ने कहा है कि बोर्ड स्कूलों के लिए पाठ्यपुस्तक का प्रकाशन या उसे पढ़ाने की सिफारिश नहीं करता है। अगर आपत्तिजनक सामग्री वाली कोई किताब स्कूलों में पढ़ाई जा रही है तो इस तरह की चीज न हो, यह सुनिश्चित करने का काम स्कूलों व प्रकाशक का है।

    गौरतलब है कि इसी साल अप्रैल में पाश्र्व गायक सोनू निगम ने कहा था कि मस्जिद की अजान से रोज उनकी नींद टूट जाती है। इसके बाद देशभर में उनकी इस टिप्पणी से विवाद शुरू हो गया था।

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