इंदिरा गांधी महिला तकनीकी विश्वविद्यालय को नरेला में मिलेगा भव्य परिसर, शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने की घोषणा
दिल्ली सरकार की एजुकेशन सिटी योजना के तहत इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी महिला विश्वविद्यालय को नरेला में 50 एकड़ जमीन मिली है। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर यह घोषणा की। नया परिसर महिलाओं के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा के अवसर बढ़ाएगा। सरकार का लक्ष्य दिल्ली को तकनीकी शिक्षा का केंद्र बनाना है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा है कि इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी महिला विश्वविद्यालय (आइजीडीटीयूडब्ल्यू) ने नरेला के सेक्टर जी-2- जी-6 में 50 एकड़ भूमि को नए परिसर के लिए अधिग्रहित कर ली है। अब जल्द विश्वविद्यालय का नया परिसर आकार लेगा। यह भूमि आवंटन दिल्ली सरकार द्वारा नरेला में ‘एजुकेशन-सिटी’ विकसित करने के लिए निर्धारित 500 करोड़ के बजटीय प्रयास का हिस्सा है। सूद विश्वविद्यालय के कश्मीरी गेट स्थित परिसर में 13वें स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
सूद ने कहा, विश्वविद्यालय बहुप्रतीक्षित स्थायी परिसर मील का पत्थर साबित होगा। नया परिसर भविष्य में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और नवाचार में महिलाओं के लिए अवसरों का महत्वपूर्ण विस्तार करने के लिए तैयार हो रहा है। जो हमारी सरकार के समावेशी विकास, उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी शिक्षा के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने की हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस भूमि के साथ विश्वविद्यालय न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर महिलाओं के नेतृत्व वाले नवाचार, अनुसंधान और अकादमिक उत्कृष्टता में एक अग्रणी संस्थान बनेगा।
अपने सपनों को हमेशा बड़ा रखें: शुभम दुबे
शिक्षा मंत्री ने छात्राओं से कहा कि मैं आप सभी से आग्रह करना चाहता हूं कि अपने सपनों को हमेशा बड़ा रखें। सामने आने वाली चुनौतियों से कभी भी घबराएं नहीं, बल्कि उन्हें अवसर की तरह देखें। अपने जीवन में सीखने की जिज्ञासा और नई तकनीक जानने की ललक को कभी भी कम नहीं होने दें। क्योंकि यही वो चिंगारी है जो आपको एक दिन नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएगी।
आशीष सूद ने कई छात्रों को किया सम्मानित
विश्वविद्यालय के चौथे शोध उत्कृष्टता पुरस्कार आशीष सूद ने 103 रिसर्च अवार्ड्स, 19 पेटेंट्स और नकद पुरस्कार प्राप्त करने वाली स्नातक व परास्नातक छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय लगभग 57 लाख रुपये नकद पुरस्कार बांट रहा है, जो इस बात का साक्षी है कि जब परिश्रम, संकल्प और सही दिशा एक साथ मिल जाते हैं, तो असंभव भी संभव हो जाता है।
उन्होंने कहा, हमारी सरकार का लक्ष्य है राजधानी दिल्ली को तकनीकी, स्किल, रिसर्च और स्टार्टअप के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाना है। यह तभी संभव हो सकता है जब आप जैसे युवा प्रतिभाएं पूरे जोश और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ें। इस मौके पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. रंजना झा मुख्य तौर पर मौजूद रहे।
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