अगर विपक्षी सांसदों को ऐसे निलंबित किया जाएगा तो सरकार की जवाबदेही कौन तय करेगा? : स्वाति मालीवाल
बजट 2024 से अपेक्षाओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं देखना चाहूंगी कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए और उनके उत्थान के लिए बजट में क्या है। क्योंकि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी कई स्कीम हैं जिनमें नारेबाजी के अलावा कुछ हुआ नहीं। बच्चियों का जीवन नारेबाजी से बेहतर नहीं होगा। इस बजट में मैं यह भी देखना चाहूंगी कि मजदूरों किसानों के लिए क्या प्रविधान हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आप नेता स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा में शपथ लेने से पहले कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में माथा टेका, पूजा अर्चना की और बजरंग बली से आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरा भगवान से अलग रिश्ता है, मैं कर्म में बहुत विश्वास करती हूं।
बजट पर क्या बोलीं मालीवाल?
बजट 2024 से अपेक्षाओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं देखना चाहूंगी कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए और उनके उत्थान के लिए बजट में क्या है। क्योंकि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी कई स्कीम हैं जिनमें नारेबाजी के अलावा कुछ हुआ नहीं। बच्चियों का जीवन नारेबाजी से बेहतर नहीं होगा। इस बजट में मैं यह भी देखना चाहूंगी कि मजदूरों, किसानों और बेरोजगारी से परेशान युवाओं के लिए क्या प्रविधान हैं।
उन्होंने लोकतंत्र की चिंताजनक हालत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर विपक्षी सांसदों को इस तरह निलंबित किया जाएगा तो सरकार की जवाबदेही कौन तय करेगा? ये किस तरह की राजनीति है?
शपथ लेने के बाद उन्होंने कहा कि आज मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा दिन है, अब से मेरा जीवन पूरी तरह से मेरे देश के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि यह शपथ हर उस महिला के लिए समर्पित है जिसने सपने देखने की हिम्मत रखी और उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत की। मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता हूं और हमेशा एक सामाजिक कार्यकर्ता रहूंगी। सदियों से सरकारी एवं सामाजिक व्यवस्था से दबे कुचले गरीबों के मुद्दों को संसद में हमेशा उठाती रहूंगी।
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