SDM पर लगाए गंभीर आरोप, LG को दी शिकायत; उठाया था वित्तीय गड़बड़ियों का मुद्दा
दिल्ली के हरि नगर वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक डॉ. निशि तिवारी ने एसडीएम इति अग्रवाल पर उत्पीड़न धमकी और मानसिक यातना के आरोप लगाए हैं। उन्होंने वित्तीय गड़बड़ियों का मुद्दा उठाया था जिसके बाद से उनके खिलाफ प्रतिशोधात्मक कार्रवाई की गई। डॉ. तिवारी ने उपराज्यपाल से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में पश्चिम दिल्ली स्थित हरि नगर के वन स्टाप सेंटर की सेंटर प्रशासक डॉ. निशि तिवारी ने पश्चिम दिल्ली की एसडीएम एवं सेंटर की नोडल अधिकारी इति अग्रवाल के खिलाफ दिल्ली के उपराज्यपाल को शिकायत देकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
डॉ. निशि तिवारी ने उपराज्यपाल को दी शिकायत में आरोप लगाया कि सेंटर की नोडल अधिकारी उन्हें निरंतर उत्पीड़न, धमकी और मानसिक यातना दे रही हैं। सेंटर प्रशासक ने एलजी से शिकायत कर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
वहीं, संबंधित मामले को लेकर जब नोडल अधिकारी इति अग्रवाल से उनका पक्ष लेने की कोशिश की तो उन्होंने कोई भी अधिकृत बयान देने से मना कर दिया।
शिकायतकर्ता सेंटर प्रशासक डॉ. निशि तिवारी ने उपराज्यपाल कार्यालय में दी शिकायत में नोडल अधिकारी इति अग्रवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा वन स्टाप सेंटर में वित्तीय गड़बड़ी, ढांचागत कमी और मानव संसाधन की कमी को लेकर सवाल उठाया था। जिसके बाद से नोडल अधिकारी ने उनके खिलाफ प्रतिशोधात्मक कार्रवाई शुरू कर दी।
नोडल अधिकारी ने पहले बिना किसी सूचना के गैरकानूनी तरीके से उनके सीट पर इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू कर दी। जिसे उन्होंने केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) में चुनौती देकर दी। जिसके बाद कैट ने इंटरव्यू प्रक्रिया पर रोक लगा दी। इसके बावजूद एसडीएम ने उन्हें काम पर वापस नहीं लौटने दिया गया और कार्यालय परिसर में सार्वजनिक रूप से अपमानित किया।
सेंटर प्रशासक ने यह भी आरोप लगाया कि नोडल अधिकारी ने उन्हें मासिक स्वास्थ्य समस्या के दौरान भी घंटों बैठने के लिए मजबूर किया। जिसके बाद उनका उच्च रक्तचाप और माइग्रेन की समस्या बढ़ गई और उनका स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण उन्हें 15 जुलाई को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
इसके अलावा सेंटर प्रशासक डॉ. निशि तिवारी ने नोडल अधिकारी पर उन्हें और उनके अधीनस्थ स्टाफ को बार-बार धमकाने और उनका कार्यभार भी छीनने का आरोप लगाया है।
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इसके बाद सेंटर प्रशासक ने मामले की शिकायत जिला अधिकारी और महिला एंव बाल विकास आयोग के स्पेशल निदेशक से कर सेंटर की विजिलेंस जांच कराने की मांग की। लेकिन, उच्च अधिकारियों द्वारा न कोई संज्ञान नहीं लिया गया और न ही कोई जांच करवाई गई। जिसके बाद से सेंटर प्रशासक ने उपराज्यपाल कार्यालय में शिकायत देकर नोडल अधिकारी खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की है।
वहीं, नोडल अधिकारी इति अग्रवाल ने संबंधित मामले पर कोई भी अधिकृत जवाब देने से मना कर दिया।
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