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    Bottleneck: बहुत परेशान करता है हनुमान मंदिर से कश्मीरी गेट बस अड्डा वाला जाम, दिल्ली वालों को कब मिलेगी निजात ?

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 04:55 PM (IST)

    दिल्ली में हनुमान मंदिर से कश्मीरी गेट बस अड्डे तक का जाम एक बड़ी समस्या है। आईएसबीटी के कारण रिंग रोड पर भारी दबाव रहता है। जाम को कम करने के लिए कई प्रयोग किए गए हैं जैसे यू-टर्न बंद करना और बसों का मार्ग बदलना। छत्तारेल लालबत्ती पर यातायात को सुचारू करने की भी योजना है जिससे रिंग रोड पर जाम कम हो सके।

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    कश्मीरी गेट बस अड्डे पर लगने वाला जाम हनुमान मंदिर तक आ जाता है। आकाईव

    वीके शुक्ला, नई दिल्ली। हनुमान मंदिर के सामने रिंग रोड पर वैसे ताे मंगलवार के दिन जाम लगता है। मगर यह अक्सर होता है कि जब यहां से करीब एक किलोमीटर दूर रिंग रोड पर स्थित कश्मीरी गेट बस अड्डा पर यातायात की अव्यवस्था से लगने वाला जाम हनुमान मंदिर पर आ जाता है।

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    कुछ माह पहले प्रायोग के तौर पर आईएसबीटी से बाहर रिंग रोड पर निकलने वाली बसों के लिए अलग से लेन बनाई गई है, इससे जाम से कुछ राहत तो मिली है, मगर जाम दूर नहीं हो सका है। आईएसबीटी के बाहर की अव्यवस्था भी रिंग रोड के यातायात को प्रभावित करती है।

    यहां यातायात जाम की बात करें तो बड़ा कारण आईएसबीटी का होना है। आईएसबीटी कश्मीरी गेट का पूरा नाम महाराणा प्रताप अंतरराज्यीय बस अड्डा है, जो 1976 में बना था। आईएसबीटी कश्मीरी गेट तीन मार्गों से घिरा है।

    एक तरफ रिंग रोड है, दूसरी और शाहदरा से आकर तीस हजारी जाने वाला जीटी रोड है इस पर भी जाम लगता है। तीसरी ओर कश्मीरी गेट स्थित निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर जाने वाला मार्ग है। इस मार्ग पर भी अव्यवस्था रहती है, मगर सबसे अधिक लोग रिेंग रोड के जाम से जूझते हैं।

    यह दिल्ली का सबसे बड़ा अंतरराज्यीय बस टर्मिनल है और यहां से हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सहित कई राज्यों के लिए बसें चलती हैं।

    यहां से प्रतिदिन 2,600 से अधिक बसें चलती हैं और डेढ़ लाख से अधिक लोग यात्रा करते हैं। इन बसों में दिल्ली परिवहन निगम की बसें, क्लस्टर बसें, अंतरराज्यीय बसें और आल इंडिया टूरिस्ट परमिट वाली निजी बसें शामिल हैं।

    कश्मीरी गेट आईएसबीटी का भार कम करने के लिए दिल्ली की सीमा पर नए आइएसबीटी बनाने की योजना है। दिल्ली सरकार टीकरी बार्डर, नरेला और द्वारका-21 पर तीन नए अंतरराज्यीय बस अड्डे बनाने की योजना पर काम कर रही है। मगर इसमें अभी समय लगने की संभावना है।

    ऐसे में रिंग रोड पर कश्मीरी गेट से हनुमान मंदिर तक के जाम को दूर करने के कई प्रयोग किए गए हैं। मगर ऐसा कोई भी प्रयोग सफल नहीं रहा है कि जिससे जाम से निजात मिल सकी हो। अब आईएसबीटी के बाहर निकलने वाली दूसरे राज्यों की बसों के लिए अलग लेन है।

    वहां से बसें निकलती हैं। नियम यह है कि बस अड्डे के बाहर कोई भी बस में सवारी नहीं ली जाएगी। मगर बस वाले सवारियां लेते हैं। आईएसबीटी के बाहर आटो, ई रिक्शा वाले भी जमावड़ा लगाए रहते हैं।

    हालांकि यातायात पुलिस कर्मी उन्हें खदेड़ते भी हैं, मगर ये लोग मानते नहीं हैं और फिर आ जाते हैं। बस अड्डे के आसपास अवैध पार्किंग और अतिक्रमण के कारण सड़कें संकरी हो जाती हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित होती है।

    ट्रायल के तौर पर लागू किए गए ये प्रयोग

    हनुमान मंदिर से कश्मीरी गेट तक लगने वाले जाम को दूर करने के प्रयासों की बात करें तो यातायात पुलिस लगातार इसे लेकर प्रयासरत है।

    नई व्यवस्थाओं के तहत कुछ समय पहले कश्मीरी गेट के पास उस यू-टर्न को कार्यदिवस में शाम चार बजे से रात 10 बजे तक बंद रखा जा रहा है कि जिससे रिंग रोड पर कश्मीरी गेट बस अड्डा की तरफ वाहनों का शाम को एकाएक दबाव बढ़ जा रहा था।

    अधिकतर लोगों को पता चल गया है कि यू-टर्न बंद रहता है ताे मजनूं का टीला से आकर तीस हजारी की ओर जाने वाले अधिकतर लाेग चंदगीराम लालबत्ती से दाहिने मुड़कर शाम नाथ मार्ग का रास्ता ले लेते हैं।

    या फिर हनुमान सेतु से यू-टर्न करते हैं। इस प्रयोग का मकसद कश्मीरी गेट बस अड्डा के सामने रिंग रोड पर वाहनों का दबाव कम करना है।

    एक अन्य प्रयोग के तहत शाम के समय कश्मीरी गेट बस अड्डा के पास बसों का दबाव भी कम करने का प्रयास किया गया है। इस प्रयोग के तहत शाम चार बजे से ही चंदगीराम अखाड़ा की ओर से रिंग रोड पर कश्मीरी गेट बस अड्डा तक बसों काे नहीं आने दिया जा रहा है।

    इसके तहत चंदगीराम अखाड़ा की ओर से रिंग रोड पर आ रहीं बसों को आईएसबीटी से 300 मीटर पहले ही स्लिप रोड से जीटी रोड पर रूट दिया गया है ये बसें शास्त्रीपार्क यू टर्न से वापस आकर रिंग रोड यू- टर्न हाफ फ्लाईओवर से सीधे आइएसबीटी के अंदर चली जाती हैं।

    ऐसे में इनका रिंग रोड पर आना बच जाता है। यातायात पुलिस इन प्रयोग को सफल मान रह परमानेंट तरीके से इन्हें लागू करने पर विचार कर रही है।

    इस प्रयोग पर हो रहा विचार

    यातायात पुलिस ने एक अध्ययन में पाया है कि छत्तारेल लालबत्ती यानी लालकिला और जीपीओ के बीच वाली लालबत्ती पर लगने वाले जाम के कारण कई बार स्थिति रिंग रोड के जाम तक को प्रभावित कर देती है।

    ऐसे में यातायात पुलिस योजना बना रही है कि छत्तारेल लाल बत्ती को बैक टू बैक यू- टर्न देकर सिग्नल कर दिया जाए। यानी कि लालकिले की ओर से कश्मीरी गेट जाने के लिए यातायात फ्री रहेगा।

    अगर आप पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर से आते हैं और हनुमान मंदिर की ओर जाना है तो आप को लालबत्ती के पास बाएं मुड़कर जीपीओ के सामने बनने वाले यूर्न से मुड़कर हनुमान मंदिर की ओर निकल सकेंगे।

    इसी तरह हनुमान मंदिर की ओर से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले वाहनों के लिए लालकिले से कुछ पहले यू- टर्न देकर पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर निकाला जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि इस प्रयोग से रिंग रोड पर लगने वाला जाम भी कम हो सकेगा।

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