Bottle Neck: नहीं खोजा जा रहा सराय काले खां पर ट्रैफिक जाम का समाधान, भविष्य में हालात और होंगे खराब
सराय काले खां में जाम की समस्या का समाधान नहीं हो रहा। रिंग रोड पर आईटीओ और यमुनापार से आने वाले वाहनों के दबाव के कारण आश्रम की ओर जाने वाले लोग भयंकर जाम से जूझते हैं। सराय काले खां आईएसबीटी मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन होने से यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। फ्लाईओवर बनने के बावजूद जाम की स्थिति जस की तस है।

वीके शुक्ला, नई दिल्ली। रिंग रोड पर सराय काले खान के सामने लगने वाला जाम वाहन चालकों को परेशान कर देता है। आईटीओ और यमुनापार की सड़क यहां रिंग रोड पर मिलती है। वाहनों का दबाव एकाएक बढ़ने से आश्रम की ओर जाने वालों को भीषण जाम झेलना पड़ता है।
यही स्थिति आश्रम की ओर से आईटीओ या यमुनापार जाने वालों के लिए भी है। दरअसल, आश्रम, डीएनडी फ्लाई-वे और बारापुला एलिवेटेड काॅरिडोर का यातायात सराय काले खां के सामने ही मिलता है, इससे जाम की भयंकर स्थिति उत्पन्न होती है।
यह समस्या आने वाले समय में और बढ़ने की आशंका है, क्योंकि सराय काले खां में रैपिड रेल का स्टेशन और दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे भी सराय काले खां से शुरू होने वाला है। अभी सराय काले खां आइएसबीटी, मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन यहां मौजूद हैं।
यहां यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। दिल्ली की भाजपा सरकार को गठित हुए सात माह गुजर चुके हैं, लेकिन अब भी जाम की समस्या से निजात के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।
रिंग रोड पर सराय काले खां के सामने जब 2023 में सिंगल फ्लाईओवर का उद्घाटन किया गया था तो माना जा रहा था कि यहां पर जाम की समस्या कुछ कम होगी।
उस समय सरकार ने भी दावा किया था कि यहां जाम न लगने से प्रतिवर्ष करीब 19 करोड़ के ईंधन की बचत होगी, लेकिन बचत के दावे फ्लाईओवर के उद्घाटन के कुछ माह बाद ही हवा-हवाई हो चुके हैं। रोजाना भयंकर जाम लगता है।
आईटीओ से आश्रम जाने के लिए इस नए बने फ्लाईओवर को पार कर जैसे ही वाहन चालक नीचे उतरते हैं वहां से लेकर आगे उन्हें जाम ही मिलता है। यह स्थिति आश्रम और बारापुला की ओर से आरटीओ की जोर जाने वालों के लिए भी होती है।
सराय काले खां वह प्वाइंट है, जहां एक तरफ नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, डीएनडी, आश्रम बारापुला की ओर से दिल्ली के विभिन्न भागों में जाने के लिए वाहन पहुंचते हैं तो दूसरी ओर यमुनापार के लक्ष्मीनगर, आनंद विहार, गाजियाबाद, आइटीओ की ओर से वाहन यहां पहुंचते हैं।
सुबह और शाम के समय यहां दोनों ओर लंबा जाम लगता है। यह जाम अक्सर एनएच पर यमुना को भी पार कर जाता है। आफिस आवर में यहां से गुजरना काफी मुश्किल हो जाता है। दिल्ली के ही नहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब व हरियाणा जाने वाले यात्रियों को भी परेशानी होती है।
लोक निर्माण विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो जब 2022 में आईटीओ से आश्रम की ओर जाने के लिए सिंगल फ्लाईओवर बनाने की योजना बनी थी। उस समय अधिकारियों ने तत्कालीन सरकार के सामने यह सुझाव रखा था कि सराय काले खान से लेकर बारापुला क्लोवरलीफ तक दोनों ओर से फ्लाईओवर को विस्तार दे दिया जाए।
अन्यथा भविष्य में यहां पर जाम की समस्या उत्पन्न होगी और इस सिंगल फ्लाईओवर का भी कोई खास लाभ नहीं मिलेगा। मगर उस समय दिल्ली सरकार ने यह कहकर अधिकारियों के सुझाव को खारिज कर दिया था कि यहां पर केंद्र सरकार की भी परियोजनाएं आ रही हैं।
यह उनकी भी जिम्मेदारी बनती है कि वह आगे के भाग को सिग्नल फ्री करने के लिए फ्लाईओवर बनवाएं। उस समय कहा जा रहा था कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे सराय काले खां से शुरू होगा, लेकिन बाद में ऐसा कुछ सामने नहीं आया।
यह एक्सप्रेस-वे यहां से कुछ दूरी पर कालिंदी कालोनी के पास शुरू हो रहा है, जिसका अगले कुछ माह में उद्घाटन होने वाला है।
जाम के प्रमुख कारण
- आश्रम की ओर से आईटीओ की तरफ आने वाली सड़क पर सराय काले खां पहुंचने से पहले ही बाईं ओर सीएनजी पंप है। यहां पर कारों की लगने वाली कतार अक्सर सड़क तक पहुंच जाती है। जिससे रिंग रोड पर गुजरने वाले वाहनों के पहिये थम जाते हैं और जाम बढ़ जाता है।
- इसी सड़क पर सीएनजी पंप के आसपास से लेकर सराय काले खां आईएसबीटी तक फुटपाथ के स्थान पर खाने-पीने, बीड़ी सिगरेट गुटखा, कोल्ड ड्रिंक, चिप्स, बिस्कुट, नमकीन आदि बेचने वालों की दुकानें हैं। लोग यहां से सामान खरीदते हैं और अपनी कार या अन्य वाहन को सड़क पर खड़ा करते हैं, इससे भी जाम की स्थिति बन जाती है।
- सराय काले खा रेलवे स्टेशन की तरफ से अधिकतर ऑटो वाले रांग साइड चलकर सीएनजी पंप पर सीएनजी लेने के लिए जाते हैं। क्योंकि अगर वे सही रास्ते से घूमकर आएंगे तो उन्हें कम से कम ढाई से लेकर तीन किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ेगा। ऐसे में ऑटो वाले नियमों का उल्लंघन करते हैं, इससे जाम तो लगता ही है दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है। यह भी होता है कि एक तो सड़क पर कार या अन्य वाहन पार्क होते हैं और दूसरे रांग साइड आटो के आने से छह से लेकर सात फीट सड़क घिर जाती है।
- यहां जाम का एक कारण यह भी है कि यहां यातायात पुलिस नदारत रहती है। अगर पुलिस हो तो रांग साइड चलने वाले तिपहिया वाहनों को रोका जा सकता है। क्योंकि वे रांग साइड चलकर अपने लिए भी खतरा पैदा करते हैं। मगर वहां पर ऐसी कोई व्यवस्था नजर नहीं आती है। ऐसे में व्यवस्थाओं के चलते भी यहां जाम बढ़ रहा है।
शीला दीक्षित सरकार के समय सराय काले खान के सामने जब आश्रम की ओर से आईटीओ आने के लिए सिंगल फ्लाईओवर बना था, उस समय यहां पर यातायात बहुत कम था। हालांकि 2023 में आइटीओ से आश्रम जाने वाली सड़क पर भी फ्लाईओवर बना दिया गया है। मगर अब यहां सराय काले खां फ्लाईओवर से लेकर बारापुरा एलिवेटेड काॅरिडोर क्लोवरलीफ तक दोनों ओर से अतिरिक्त फ्लाईओवर बनाने की योजना है, अन्यथा आने वाले समय में यहां यातायात की भयंकर समस्या उत्पन्न होने वाली है।
- दिनेश कुमार, पूर्व प्रमुख अभियंता, लोक निर्माण विभाग
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