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    Chandgi Ram Akhara: सरकारें बदल गईं, लेकिन नहीं खत्म हुआ चंदगीराम अखाड़ा लालबत्ती का जाम

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 02:00 AM (IST)

    चंदगीराम अखाड़ा लालबत्ती पर जाम की समस्या 12 सालों से बनी हुई है कई सरकारें बदलीं पर समाधान नहीं निकला। फ्लाईओवर योजना में देरी के कारण अब बैक टू बैक यू-टर्न बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। रिंग रोड पर स्थित इस टी-प्वाइंट पर रोजाना दो लाख से अधिक वाहन गुजरते हैं जिससे सुबह-शाम भीषण जाम लगता है।

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    नहीं खत्म हुआ चंदगीराम अखाड़ा लालबत्ती का जाम। (जागरण)

    वीके शुक्ला, नई दिल्ली। चंदगीराम अखाड़ा लालबत्ती पर जाम दूर करने का समाधान 12 साल के प्रयास के बाद भी नहीं निकल सका है। इस दौरान कई सरकारें बदल चुकी हैं, लेकिन समस्या जस की तस है।

    कई बार यहां का जाम कश्मीरी गेट बस अड्डे तक पहुंच जाता है। कार्य दिवस में सुबह व शाम के समय जनता यहां घंटों जाम से परेशान होती है। जाम दूर करने के लिए अब तक के तमाम प्रयास विफल साबित हो चुके हैं।

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    पहले यहां फ्लाईओवर बनाने की बात उठी, लेकिन नहीं बन सका। फिर यहां करीब पांच साल पहले बैक टू बैक यू-टर्न बनाकर जाम दूर करने का प्रयास हुआ, लेकिन वह योजना भी सफल नहीं हो सकी।

    अब फिर से इस लालबत्ती को जाम मुक्त करने की बात उठ रही है। क्या है समस्या और इसे दूर करने के लिए क्या है समाधान, आइए डालते हैं एक नजर।

    चंदगीराम टी-प्वाइंट लालबत्ती को मेटकाफ हाउस क्रासिंग भी कहा जाता है। इस लालबत्ती पर रोजाना सुबह और शाम व्यस्त समय के दौरान वाहनों की लंबी कतार देखी जाती है।

    पहले यातायात जाम की समस्या दूर करने के लिए मेटकाफ हाउस क्रासिंग पर 12 साल पहले फ्लाईओवर बनाने की योजना थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।

    अब भाजपा सरकार ने यहां फ्लाईओवर बनाने की घोषणा की है। इसके तहत लालबत्ती पर 183 करोड़ रुपये की लागत से छह लेन का फ्लाईओवर बनेगा जो 680 मीटर लंबा होगा।

    लेकिन इस स्थान से रैपिड रेल की भूमिगत लाइन प्रस्तावित है, ऐसे में रैपिड रेल का अलाइनमेंट स्वीकृत हो जाने पर ही फ्लाईओवर का डिजाइन बन सकेगा, जिससे फ्लाईओवर का डिजाइन बनने में देरी होने की पूरी आशंका है। ऐसे में जाम दूर करने के लिए एक बार फिर बैक टू बैक यू-टर्न योजना ही चर्चा में है।

    रिंग रोड पर चंदगीराम अखाड़ा लालबत्ती पर क्यों लगता है जाम?

    • दिल्ली के उत्तरी क्षेत्र और उत्तर भारत के राज्यों से दिल्ली में आने-जाने के लिए यह प्रमुख मार्ग है।
    • रिंग रोड का यह व्यस्ततम टी-प्वाइंट है, जहां पर प्रतिदिन दो लाख से अधिक वाहन गुजरते हैं।
    • यहां पर सुबह व शाम को भीषण जाम लगता है, दिन के अन्य समय में भी कई बार जाम लगा रहता है।
    • मजनूं का टीला की ओर से आकर इस लालबत्ती पर दाहिने मुड़कर दिल्ली विधानसभा, मुख्यमंत्री आवास व उपराज्यपाल आवास आदि के लिए जाते हैं।
    • मुख्यमंत्री आवास की ओर से आकर महाराणा प्रताप बस अड्डे की ओर जाने के लिए रिंग रोड पर आने के लिए इस लालबत्ती को पार करना पड़ता है।

    जाम दूर करने के लिए क्या है योजना

    • चंदगीराम अखाड़ा लालबत्ती को बंद कर दिया जाएगा। इस लालबत्ती पर बैक टू बैक दो यू-टर्न बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री आवास की ओर से महाराणा प्रताप बस अड्डा जाने के लिए इस लालबत्ती पर पहुंचने से पहले बाएं मुड़कर मजनूं का टीला की ओर 100 मीटर आगे जाकर यू-टर्न बनाया जाएगा।
    • इसी तरह मजनूं का टीला की ओर से मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने के लिए लालबत्ती का स्थान पार कर 100 मीटर आगे जाकर स्वामिनारायण मंदिर के पास यू-टर्न बनाया जाएगा।
    • इसके बनने से मजनूं का टीला से आकर महाराणा प्रताप बस अड्डा आने-जाने के लिए लोग बगैर जाम में फंसे सीधे निकल जाएंगे।
    • इस मार्ग पर बसों का दबाव दूर करना भी जरूरी है।

    इस मार्ग पर बसों का दबाव कम करने के लिए पहली योजना

    पांच साल पहले इस लालबत्ती पर बैक टू बैक यू-टर्न योजना लागू की गई थी, लेकिन योजना बसों के अत्यधिक दबाव के कारण फेल हो गई थी। अब इस मार्ग पर बसों का दबाव कम करने के लिए यातायात पुलिस ने दो योजनाएं बनाई हैं।

    पहली योजना के तहत रिंग रोड पर आजादपुर की ओर से विधानसभा होते हुए जो बसें लुडलो कैसल स्कूल टी-प्वाइंट लालबत्ती से बाएं मुड़कर इस चंदगीराम लालबत्ती पर आती हैं, उन्हें रोका जाएगा।

    ये बसें लुडलो कैसल स्कूल टी-प्वाइंट लालबत्ती को पारकर सीधे शामनाथ मार्ग से होती हुई कश्मीरी गेट बस अड्डे के सामने निकलेंगी, वहां से यू टर्न लेते हुए फिर रिंग रोड पर पहुंच जाएंगी और 200 मीटर आगे से यू-टर्न लेकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगी।

    इस मार्ग पर बसों का दबाव कम करने के लिए दूसरी योजना

    इस मार्ग पर बसों का दबाव कम करने के लिए दूसरी योजना के लिए देहरादून एक्सप्रेस-वे का इंतजार किया जा रहा है।

    इस योजना के तहत हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर आदि के लिए जाने वाली बसें या अन्य व्यावयासिक वाहनों को कश्मीरी गेट बस अड्डे से निकलकर रिंग रोड पर 100 मीटर आगे चलकर यू-टर्न फ्लाईओवर से जीटी रोड पर रास्ता दिया जाएगा, जो शास्त्रीपार्क तक जाएंगी।

    वहां से क्लोवरलीफ से देहरादून एक्सप्रेस-वे पर बसें व व्यावसायिक वाहन चढ़ेंगे और पांच किलोमीटर चलकर खजूरी चौक पर नीचे उतरकर सिग्नेचर ब्रिज का उपयोग कर सीधे हरियाणा की तरफ अपने गंतव्य तक निकल जाएंगे।

    बसें हटने से सफल होगी योजना

    इस मार्ग पर जाम दूर करने के प्रयास वाली योजनाओं की बैठकों में शामिल रहे गुरु हनुमान सोसायटी के अध्यक्ष अतुल रंजीत कुमार कहते हैं कि बसों का दबाव कम होने से रिंग रोड पर वाहनों का दबाव काफी कम हो जाएगा। इससे जाम में राहत मिल सकेगी।

    उनकी मानें तो बसों का दबाव कम करने के लिए यही उपाय संभव है। उन्होंने बताया कि पांच साल पहले इस लालबत्ती पर बैक टू बैक दो यू-टर्न योजना बसों के कारण ही फेल हो गई थी।

    बसें हटने से यह योजना सफल होगी और जब तक फ्लाईओवर नहीं बनता है, तब तक लोगों को जाम से राहत मिल सकेगी।