Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    GST 2.0 से त्योहारी सीजन में बाजार का उत्साह दोगुना, 2 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 11:29 PM (IST)

    जीएसटी 2.0 के कारण दिल्ली के बाजारों में त्योहारी सीजन की रौनक दोगुनी हो गई है। इस सीजन में ₹2 लाख करोड़ की बिक्री का अनुमान है। जीएसटी दरों में कटौती के बाद लोगों ने खरीदारी बढ़ा दी है। दुकानदारों ने बिलिंग सॉफ़्टवेयर अपडेट किए हैं और ग्राहकों को लाभ पहुंचाने का अभियान शुरू किया जाएगा। दिवाली में उपहारों का आदान-प्रदान भी बिक्री में योगदान देगा।

    Hero Image
    जीएसटी 2.0 के कारण दिल्ली के बाजारों में त्योहारी सीजन की रौनक दोगुनी हो गई है। फाइल फोटो

    नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। जीएसटी 2.0 के ऐतिहासिक तोहफे ने देश के प्रमुख व्यापारिक केंद्र दिल्ली के बाजारों में रौनक दोगुनी कर दी है। आज से नवरात्रि के साथ शुरू हो रहे इस त्योहारी सीजन में बाजार ₹2 लाख करोड़ की बिक्री का अनुमान लगा रहे हैं, जिसमें धनतेरस और दिवाली की बंपर बिक्री भी शामिल है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चांदनी चौक, खारी बावली, भागीरथ पैलेस, कूचा महाजनी, सदर बाजार, करोल बाग और दरियागंज जैसे थोक बाजारों के साथ-साथ कनॉट प्लेस, खान मार्केट और लक्ष्मी नगर जैसे खुदरा बाजारों में रौनक छाई हुई है।

    दुकानों ने सामान समेट लिया है और बाजारों को सजा दिया है। पिछले साल इसी अवधि में दिल्ली के थोक और खुदरा बाजारों ने लगभग ₹1 लाख करोड़ का कारोबार किया था। इस साल जीएसटी 2.0 के चलते यह आंकड़ा दोगुना होने की उम्मीद है।

    बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, जीएसटी 2.0 को लेकर 3-4 सितंबर को हुई जीएसटी परिषद की बैठक में दरों में भारी कटौती के फैसले के बाद लोगों ने त्योहारी सीजन तक अपनी खरीदारी टाल दी थी। यह मांग भी त्योहारी खरीदारी में योगदान देगी।

    व्यावसायिक संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के अध्यक्ष बृजेश गोयल के अनुसार, लोगों ने स्मार्ट टीवी, रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर (एसी), कार, कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक्स, सजावटी सामान, आभूषण और फर्नीचर जैसी जरूरी चीजें खरीदना टाल दिया था, जिससे बाज़ार में मंदी आई।

    हालांकि, अब त्योहारी खरीदारी में यह एक अहम कारक होगा। कई उत्पादों पर जीएसटी की दरें 10 से 18 प्रतिशत तक कम कर दी गई हैं, जिससे खरीदारी को बढ़ावा मिलेगा।

    रविवार को, यानी आखिरी दिन, दुकानदारों ने नए कर के अनुरूप अपने बिलिंग सॉफ़्टवेयर को अपडेट करना जारी रखा। सोमवार को यह प्रक्रिया और तेज़ हो जाएगी।

    दिल्ली व्यापार महासंघ के अध्यक्ष देवराज बवेजा ने सभी दुकानदारों से जीएसटी में कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुँचाने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि सोमवार से इस मुद्दे पर बाज़ार में एक अभियान शुरू किया जाएगा।

    अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार, आज़ादी के बाद पहली बार लगभग 400 वस्तुओं को 12% और 18% के कर स्लैब से हटाकर 5% के कर स्लैब में लाया गया है।

    इसके अलावा, 28% कर स्लैब को समाप्त कर दिया गया है, जिससे अधिकांश वस्तुएँ 18% के कर स्लैब में आ गई हैं। इस साहसिक निर्णय से वस्तुओं की दरों में 15% से 20% तक की कमी आएगी। इससे निस्संदेह व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा।

    एक अनुमान के अनुसार, दिवाली के दौरान छोटी से लेकर महंगी वस्तुओं तक, लगभग 5 करोड़ उपहारों का आदान-प्रदान होता है, जो दिवाली की बिक्री में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

    स्वदेशी पर बाजार का जोर

    प्रधानमंत्री के आह्वान को ध्यान में रखते हुए, बाज़ार में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया जाएगा। फेडरेशन ऑफ़ सदर बाज़ार ट्रेडर्स एसोसिएशन (FESTA) के महासचिव राजेंद्र शर्मा के अनुसार, स्वदेशी उत्पादों की ख़रीद-फ़रोख़्त पर ज़ोर दिया जाएगा।

    दिवाली के लिए घर की सजावट में मिट्टी के दीये, मिट्टी की मूर्तियाँ, हस्तशिल्प और शुभ-लाभ और ॐ जैसे पारंपरिक सौभाग्य के प्रतीक शामिल हैं, जो सभी स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा बनाए जाते हैं।