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    'योग संगम' को लेकर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में उत्साह कम, जानिए कौन सा राज्य सबसे आगे

    By Jagran NewsEdited By: Kushagra Mishra
    Updated: Sat, 14 Jun 2025 03:08 PM (IST)

    इस वर्ष विश्व योग दिवस का मुख्य आयोजन आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में होगा जहां पीएम मोदी योग करेंगे। आयुष मंत्रालय देशभर में योग सत्र आयोजित कर रहा है जिसके लिए रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं। राजस्थान में सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं। मंत्रालय का लक्ष्य है कि 21 जून तक और अधिक लोग रजिस्ट्रेशन कराएं और योग कार्यक्रम को सफल बनाएं।

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    पिछले वर्ष योग दिवस के दौरान कनॉट प्लेस में बड़ी संख्या में जुटे थे लोग।

    स्वदेश कुमार, नई दिल्ली : इस बार विश्व योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में होने जा रहा है।

    21 जून को आरके बीच पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के साथ 45 मिनट योग के आसन करेंगे। इस दौरान वहां पांच लाख होने के उपस्थित होने का अनुमान है।

    इसके साथ आयुष मंत्रालय की तैयारी देशभर में एक लाख से अधिक जगहों पर योग सत्र का आयोजन करने की है। इसके लिए योग संगम अभियान चलाया जा रहा है।

    इसके तहत सरकारी व निजी प्रतिष्ठानों के साथ शैक्षणिक संस्थान, आरडब्ल्यूए, एनजीओ आदि पंजीकरण आयुष मंत्रालय के वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।

    29 राज्यों व सात केंद्र शासित प्रदेशों में 65 हजार रजिस्ट्रेशन

    अब तक 29 राज्यों और सात केंद्रशासित प्रदेशों से 65 हजार से ऊपर पंजीकरण हो चुके हैं। इसमें सभी ज्यादा रजिस्ट्रेशन राजस्थान से हुए हैं।

    आबादी के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में फिलहाल उत्साह कम नजर आ रहा है। जबकि योग की कर्मभूमि उत्तराखंड से रजिस्ट्रेशन निराशाजनक है।

    13 मार्च से शुरू हुई प्रक्रिया में 12 जून तक राजस्थान से 14,351 संस्थाओं की तरफ से पंजीकरण कराया जा चुका है। इसके बाद 7,493 तेलंगाना से, 4,950 मध्य प्रदेश से और 4,782 ओडिशा से रजिस्ट्रेशन हुए हैं।

    उत्तर प्रदेश का पांचवां स्थान, जहां से थी सबसे ज्यादा उम्मीद

    उत्तर प्रदेश 4,504 पंजीकरण के साथ पांचवें स्थान पर है। जबकि यहां से सबसे ज्यादा पंजीकरण की उम्मीद थी। उत्तराखंड से अब तक मात्र 748 रजिस्ट्रेशन हुए हैं।

    हालांकि मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इन आंकड़ों को इस तरह से नहीं देखना चाहिए। ये स्वैच्छिक है। उम्मीद है कि 21 जून से पहले हम लोग अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे।

    अधिकारियों ने यह भी बताया कि अभी तक दो हजार से ज्यादा स्कूल और 1500 से अधिक काॅलेज की तरफ से रजिस्ट्रेशन हो चुका है।

    केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली की सबसे बड़ी हिस्सेदारी

    केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली की हिस्सेदारी सबसे अधिक रहने वाली है। यहां से अब तक 1,321 पंजीकरण हो चुके हैं। इसके बाद 1,245 पंजीकरण के साथ जम्मू-कश्मीर का नंबर आता है। सबसे कम एक पंजीकरण लक्षद्वीप से हुआ है।

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    अन्य प्रमुख राज्यों से पंजीकरण की स्थिति

    राजस्थान 14,351
    तेलंगाना 7,493
    मध्य प्रदेश 4,950
    ओडिशा 4,782
    उत्तर प्रदेश 4,504
    हिमाचल प्रदेश 4,132
    झारखंड 3,510
    बिहार 3,077
    पंजाब 2,452
    गुजरात 2,207
    छत्तीशगढ़ 2,113
    महाराष्ट्र 1,800
    बंगाल 1,167
    उत्तराखंड 748

    (नोट: आंकड़े 12 जून तक के हैं)

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