G20 Summit in Delhi: मेहमानों के लिए मुस्तैद रहेंगी जीवन रक्षक उपकरणों से लैस 73 एंबुलेंस, अलर्ट पर अस्पताल
राजधानी में अगले माह आयोजित होने वाले जी20 सम्मेलन में अब कुछ ही दिन शेष हैं। इसके मद्देनजर दिल्ली के बड़े अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। खास तौर पर एम्स सफदरजंग आरएमएल और लोकनायक अस्पताल की इमरजेंसी चिकित्सा व्यवस्था को अलर्ट पर रखा गया है। इन अस्पताल में बेड आरक्षित रखे जाएंगे। साथ ही एम्स व सफदरजंग अस्पताल में प्राइवेट वार्ड में कमरे आरक्षित रखे जाएंगे।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। राजधानी में अगले माह आयोजित होने वाले जी 20 सम्मेलन में अब कुछ ही दिन शेष हैं। इसके मद्देनजर केंद्र और दिल्ली सरकार के बड़े अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। खास तौर पर एम्स, सफदरजंग, आरएमएल और लोकनायक अस्पताल की इमरजेंसी चिकित्सा व्यवस्था को अलर्ट पर रखा गया है।
इन अस्पताल में बेड आरक्षित रखे जाएंगे। साथ ही एम्स व सफदरजंग अस्पताल में प्राइवेट वार्ड में कमरे आरक्षित रखे जाएंगे। इसके अलावा जी 20 सम्मेलन के आयोजन स्थल और दिल्ली के प्रमुख जगहों पर विदेशी मेहमानों की सेवा में अत्याधुनिक जीवन रक्षक उपकरणों से लैस 73 कैट्स एंबुलेंस भी मुस्तैद रहेंगी। ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी इमरजेंसी की सूरत में जरूरतमंद को जीवन रक्षक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराकर इलाज के लिए सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया जा सके।
एएलएस एबुलेंस के पास नहीं जाएंगे कॉल
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर कैट्स एंबुलेंस सेवा ने अपने सभी एडवांस लाइफ सपोर्ट (एलएएस) एंबुलेंस को जी 20 सम्मेलन के लिए रिजर्व रखने का आदेश शनिवार को जारी कर दिया है। इस आदेश में कैट्स एंबुलेंस के कंट्रोल रूम को निर्देश दिया गया है कि अभी सामान्य मरीजों का कॉल एएलएस एबुलेंस के पास न भेजें। इन एएलएस एंबुलेंस की सेवा जी20 सम्मेलन के लिए ली जाएगी। वर्तमान में हार्ट अटैक और एयरपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण जगहों पर यदि कोई इमरजेंसी हो तभी एएलएस एंबुलेंस को कॉल पर भेजा जाए। इसके मद्देनजर एएलएस एंबुलेंस के पास सामान्य कॉल भेजना बंद कर दिया गया है।
इसलिए इस्तेमाल होती है कैट्स एंबुलेंस
कैट्स एंबुलेंस सेवा में हैं 468 एंबुलेंस हैं, जिसमें 73 एएलएस एंबुलेंस हैं। बाकी बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) और सामान्य एंबुलेंस हैं। कैट्स एंबुलेंस का इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं और गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में अधिक होता है। अभी इन मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए बीएलएस एंबुलेंस का इस्तेमाल होगा।
एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में वेंटिलेटर, मोनिटर, आक्सीजन, आवश्यक दवाएं, क्लाट बस्टर इंजेक्शन इत्यादि की सुविधा होगी। एंबुलेंस में पैरामेडिकल कर्मचारी के अलावा डाक्टर भी तैनात रहेंगे। ताकि किसी की तबीयत खराब होने पर एंबुलेंस में प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर मरीज को जल्दी अस्पताल पहुंचाया जा सके। दिल्ली सरकार के अस्पतालों के 128 डाक्टर प्रशिक्षित किए गए हैं, जिनकी जी 20 सम्मेलन के दौरान जरूरत के मुताबिक ड्यूटी लगाई जाएगी।
रिपोर्ट इनपुट- रणविजय सिंह