कोरोना के बाद बढ़ा मानसिक तनाव, दिल्ली में आत्महत्या के बढ़ते मामले रोकेंगे 100 नए मानसिक स्वास्थ्य केंद्र
दिल्ली में मानसिक स्वास्थ्य एवं अवसाद के कारण आत्महत्या के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत दिल्ली में 100 नए कम्युनिटी मेंटल हेल्थ सेंटर्स खोलने की योजना है। इन केंद्रों पर मुफ्त काउंसलिंग योग ध्यान और मेंटल थेरेपी जैसी सेवाएं दी जाएंगी। पहले चरण में अक्टूबर से 20 केंद्र खोले जाएंगे विशेष रूप से उन जिलों में जहां आत्महत्या की दर अधिक है।

अक्टूबर में ही शुरू करने की है योजना
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जरूरत पड़ने पर कांउसलर जाएंगे घर
किस जिले में कितने केंद्र बनाए जाएंगे?
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यहां घनी आबादी वाले क्षेत्रों जैसे रोहिणी, मंगोलपुरी और नरेला पर फोकस। सामुदायिक केंद्रों और स्कूलों के पास बनेंगे।
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अशोक विहार, रोहिणी एक्सटेंशन और कंझावला जैसे क्षेत्रों में प्रोफेशनल्स के लिए कार्पोरेट वर्कशाप पर जोर।
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राजौरी गार्डन, द्वारका और उत्तम नगर में। घर-घर पहुंच वाली मोबाइल यूनिट्स के साथ एकीकृत।
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केंद्रीय इलाकों जैसे कनाट प्लेस, मंडी हाउस और इंडिया गेट के आसपास। पर्यटक और प्रवासी पेशेवरों के लिए विशेष सत्र।
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करोल बाग, सदर बाजार और चांदनी चौक में। बुजुर्गों और महिलाओं के लिए समर्पित काउंसलिंग जोन।
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ग्रेटर कैलाश, साकेत और लाजपत नगर जैसे इलाकों में। योग और माइंडफुलनेस सेशंस पर विशेष ध्यान।
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द्वारका सब-सिटी, वसंत विहार और महिपालपुर में। हवाई अड्डे के पास रहने वाले प्रवासियों के लिए 24 घंटे हेल्पलाइन इंटीग्रेशन।
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ओखला, कालकाजी और फरीदाबाद रोड क्षेत्र में। औद्योगिक जोनों के पास मजदूर वर्ग के लिए सुलभता।
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मयूर विहार, लक्ष्मी नगर और गाजियाबाद बर्डर इलाकों में। छात्रावासों और कोचिंग सेंटर्स के निकट।
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बुराड़ी, शाहदरा और गोकुलपुरी में। सीमावर्ती क्षेत्रों में सामुदायिक जागरूकता कैंप।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
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