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    राजधानी की फिजा में महकने लगे विदेशी फूल, आठ महीने के बाद फिर शुरू हुआ कारोबार

    देश में कोरोना संक्रमण के पैर पसारने पर 25 मार्च में लॉकडाउन लगा था। तब गाजीपुर मंडी बंद रही। लॉकडाउन में ढील मिलने पर मंडी में देसी फूलों से व्यवसाय शुरू हुआ। फ्लाइट न होने से विदेशों से फूल मंडी नहीं आ पा रहा था।

    By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 13 Dec 2020 05:35 PM (IST)
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    लॉकडाउन में ढील मिलने पर मंडी में देसी फूलों से व्यवसाय शुरू हुआ।

    नई दिल्ली, आशीष गुप्ता। राजधानी की फिजा में विदेशी फूलों की खुशबू महकने लगी है। आठ महीने बाद थाईलैंड और हॉलैंड से फूलों की खेप गाजीपुर फूल मंडी में पहुंची है। शादियों के साय के दौरान इनकी आमद फूल व्यवसाय के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। विदेशी फूलों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल सजावट और गुलदस्ता बनाने में होता है। इस वक्त इन फूलों की जरूरत थी, जो पूरी हो गई। इससे व्यवसायियों को चेहरे खिले हुए हैं।

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    लॉकडाउन में ढील के दौरान फिर शुरू हुआ था व्‍यवस्‍याय

    देश में कोरोना संक्रमण के पैर पसारने पर 25 मार्च में लॉकडाउन लगा था। तब गाजीपुर मंडी बंद रही। लॉकडाउन में ढील मिलने पर मंडी में देसी फूलों से व्यवसाय शुरू हुआ। फ्लाइट न होने से विदेशों से फूल मंडी नहीं आ पा रहा था। आठ माह बाद भी थाईलैंड और हॉलैंड से फूल चेन्नई के रास्ते गाजीपुर तक पहुंचे हैं। सीधी फ्लाइट में फूल अब भी दिल्ली तक नहीं आ पा रहा।

    आवक कम, दाम हुए दोगुने

    विदेशी फूल मंडी में आ जरूर रह हैं, लेकिन आवक काफी कम है। इन फूलों की मांग ज्यादा है। ऐसे में इनके दाम दोगुने हो गए हैं। कोरोना संक्रमण काल से पहले थाईलैंड से आए ऑर्किड का दस फूलों का गुच्छा 150 रुपये में बिकता था। अब इसकी कीमत 300 से 320 रुपये है। वहीं हॉलैंड के ट्यूलिप का एक पीस 120 रुपये में बिक रहा है, जो पहले 60 रुपये में मिल जाता था। इसी तरह अन्य फूलों के दाम पहले की तुलना में बढ़े हुए हैं। फूल व्यवसायी बताते हैं कि मांग और आपूर्ति में अंतर के अलावा ढुलाई लागत बढ़ने की वजह से दामों में इजाफा हुआ है। हवाई जहाज में किराया काफी बढ़ गया है।

    विदेश से आ रहे ये फूल

    थाईलैंड से सबसे ज्यादा किस्म के फूल आ रहे हैं। इनमें ऑर्किड, हाइड्रेंजिया, वैक्स और पेरिस फूल शामिल हैं। इसके अलावा यहां से डांसिंग स्टिक आ रही है। हॉलैंड से ट्यूलिप और कैला लिली आ रहा है। गाजीपुर फूल मंडी में जर्मनी और साउथ अफ्रीका से फूलों का आना शुरू नहीं हुआ है। विदेशों से फूल आने लगा है। लंबे वक्त बाद थाईलैंड और हॉलैंड से फूलों की आवक शुरू हुई है। यह इस व्यवसाय के लिए अच्छा है। उम्मीद है कि फूल कारोबार बढ़ेगा।

    विजय सिंह सिसोदिया, चेयरमैन, गाजीपुर फूल मंडी विपणन समिति

    विदेशी फूलों की आवक शुरू हो गई है। चेन्नई के रास्ते यहां फूल आ रहा है। आठ महीने बाद विदेश से फूल आया है। उम्मीद है, फूल व्यवसाय को रफ्तार मिलेगी।

    राहुल साहू, फूल व्यवसायी

    विदेशी फूल आने लगा है, लेकिन आवक काफी कम है। इस कारण दाम ज्यादा हैं। जैसे ही आवक सामान्य होगी। इनके दाम भी सामान्य हो जाएंगे। इन फूलों आ आना इस व्यवसाय के लिए शुभ संकेत है।

    रवि, फूल व्यवसायी

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