Delhi Airport पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में देरी, वैकल्पिक मार्गों का हो रहा इस्तेमाल; जानें वजह
राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पाकिस्तान द्वारा हवाई क्षेत्र बंद करने से कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुईं। उड़ानों को वैकल्पिक मार्गों से जाने के कारण देरी हुई वहीं खराब मौसम और रनवे बंद होने से भी परिचालन प्रभावित हुआ। इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। एयरलाइंस से संपर्क करने की अपील की गई है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट पर शनिवार को कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में देरी देखी गई। इस देरी का एक प्रमुख कारण पाकिस्तान द्वारा अपना एयर स्पेस भारतीय विमानन कंपनियों के लिए बंद करना है, जिसके चलते कई उड़ानों को लंबे वैकल्पिक मार्गों से होकर जाना पड़ा। इसके अलावा खराब मौसम और एयरपोर्ट पर एक रनवे के बंद होने से भी परिचालन प्रभावित हुआ। इन कारणों ने मिलकर यात्रियों की परेशानियों को और बढ़ा दिया।
पाकिस्तान ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के साथ बढ़ते तनाव के चलते यह कदम उठाया। इस प्रतिबंध के कारण भारतीय एयरलाइंस को यूरोप, मध्य पूर्व और उत्तरी अमेरिका जाने वाली उड़ानों के लिए लंबे रास्ते अपनाने पड़े, जिससे उड़ान समय और ईंधन लागत बढ़ गई। विशेष रूप से, अलमाटी और ताशकंद जैसी उड़ानों को इंडिगो ने 27 अप्रैल से 7 मई तक रद कर दिया।
लगभग 800 साप्ताहिक उड़ानें प्रभावित
पाकिस्तान के इस कदम से दिल्ली से पश्चिम एशिया, यूरोप, और उत्तरी अमेरिका जाने वाली लगभग 800 साप्ताहिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं। उदाहरण के लिए, सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देशों की उड़ानों का समय औसतन 40 मिनट बढ़ गया है। अलमाटी की उड़ान में 10 घंटे 55 मिनट की देरी का एक कारण पाकिस्तानी एयर स्पेस का उपयोग न कर पाना भी रहा। इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। लोगों का इंटरनेट मीडिया पर गुस्सा फूटा।
शनिवार को 200 से ज्यादा उड़ानों में रहा विलंब
आइजीआइ एयरपोर्ट सप्ताहभर से गंभीर व्यवधानों का सामना कर रहा है। रनवे 28/10 के उन्नयन कार्य के लिए बंद होने, टर्मिनल दो के रखरखाव, पूर्वी दिशा से चलने वाली हवा के प्रभाव और प्रबंधन की कमियों ने हजारों यात्रियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। शनिवार को भी 200 से ज्यादा उड़ानों में विलंब रहा। इस वजह से यात्रियों को परेशानी हुई।
वहीं इस सप्ताह की बात करें तो 20 से 26 अप्रैल तक करीब 2,800 से ज्यादा उड़ानें विलंबित हुईं और दर्जनों उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। सबसे ज्यादा खराब स्थिति 20 अप्रैल को थी। इस दिन 384 आगमन और 501 प्रस्थान की उड़ान मिलाकर कुल 68 प्रतिशत उड़ानें प्रभावित हुईं थी। शनिवार को 30 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों समेत 200 से ज्यादा उड़ानों में विलंब देखने को मिला।
किसी भी असुविधा के लिए एयरलाइंस से संपर्क करने की अपील
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और उड़ान की स्थिति की जानकारी के लिए एयरलाइंस से संपर्क करने की अपील की है। डायल ने वेबसाइट पर एडवाइजरी कर कर कहा है कि भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 26 अप्रैल से चार मई के बीच पूर्वी दिशा से हवाएं चलने की उम्मीद है। हवा के पैटर्न में यह बदलाव संभावित रूप से इस अवधि के दौरान उड़ान संचालन को प्रभावित कर सकता है।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के प्रस्थान में विलंब
स्थान | उड़ान समय |
---|---|
फ्रेंकफर्ट | 1 घंटा 17 मिनट |
मिलान | 44 मिनट |
पेरिस | 1 घंटा 11 मिनट |
काठमांडू | 49 मिनट |
वियना | 1 घंटा 1 मिनट |
बैंकाक | 32 मिनट |
दोहा | 1 घंटा 54 मिनट |
लंदन हीथ्रो | 1 घंटा 5 मिनट |
सैन फ्रांसिस्को | 1 घंटा 3 मिनट |
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के आगमन में विलंब
स्थान | उड़ान देरी |
---|---|
टोरंटो | 13 घंटा 30 मिनट |
न्यूयार्क | 3 घंटा 26 मिनट |
वाशिंगटन डीसी | 3 घंटा 55 मिनट |
अलमाटी | 10 घंटा 55 मिनट |
दुबई | 33 मिनट |
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