Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Hindi Diwas 2022: एक मुस्लिम ने लिखी थी हिंदी की पहली कहानी, रोचक है इसका इतिहास

    By Jp YadavEdited By:
    Updated: Wed, 14 Sep 2022 09:18 AM (IST)

    Hindi Diwas 2022 किशोरी लाल गोस्वामी द्वारा लिखी इन्दुमती को खास तौर पर हिन्दी की पहली कहानी का दर्जा दिया गया है। बावजूद इसके वर्ष 1803 में सैयद इंशाअल्लाह खान द्वारा लिखी हुई ‘रानी केतकी की कहानी’ को हिंदी की पहली कहानी का दर्जा हासिल है।

    Hero Image
    Hindi Diwas 2022: यह स्टोरी पढ़कर दूर हो जाएगा आपका भ्रम, कौन सी है हिंदी भाषा की पहली कहानी

    नई दिल्ली [निधि विनोदिया]। Hindi Diwas 2022: क्या आप जानते हैं कि हिंदी की सबसे पहली कहानी कौन सी है? या किसने हिंदी में सबसे पहली कहानी लिखी है? इस बात पर दशकों से हिंदी भाषा के विद्वानों के बीच मतभेद होता आ रहा है। यही वजह है कि हिंदी की पहली कहानी कौन सी है? इस पर मतभेद बरकरार है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'रानी केतकी की कहानी' पर मतभेद कायम

    देखा जाए तो वर्ष 1803 में सैयद इंशाअल्लाह खान द्वारा लिखी हुई ‘रानी केतकी की कहानी’ को हिंदी की पहली कहानी का दर्जा हासिल है, लेकिन हिंदी के आलोचक और विद्वान इस पर सहमत नहीं हैं। बावजूद इसके हिंदी पहली कहानी 'रानी केतकी की कहानी' को ही माना जाता है।

    हिंदी की पहली कहानी को लेकर आलोचकों के अलग-अलग तर्क

    किसी ने सैयद इंशाअल्लाह खां की कहानी 'रानी केतकी की कहानी' को पहली कहानी बताया तो किसी ने यह कहा कि उनको कहानी में कथा तत्व ज्यादा है, तो यह उपन्यास से जुड़ी है। ऐसे ही कई तर्क अन्य कहानियों के पक्ष या फिर विपक्ष में दिए गए। यह आज तक निश्चित नहीं हो पाया कि हिंदी की पहली कहानी कौन सी है?

    सैयद इंशाअल्लाह खां की कहानी 'रानी केतकी की कहानी'  (1803), राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद की 'राजा भोज का सपना' (19 वीं सदी), 1900 में लिखी किशोरी लाल गोस्वामी की 'इन्दुमती', वर्ष 1901 में माधवराव सप्रे द्वारा लिखी 'एक टोकरी भर मिट्टी', 1903 में आचार्य रामचंद्र शुक्ल की लिखी 'ग्यारह वर्ष का समय' और वर्ष 1907 में लिखी बंग महिला की 'दुलाई वाली' जैसी कहानियां आती हैं।

    वहीं, किशोरी लाल गोस्वामी द्वारा लिखी 'इन्दुमती' को खास तौर पर हिन्दी की पहली कहानी का दर्जा दिया गया है। हालांकि, 'इन्दुमती' कहानी को लेकर कुछ विद्वानों में मतभेद भी हैं। वह इसे हिंदी की पहली कहानी नहीं मानते। कुलमिलाकर हिंदी की पहली कहानी को लेकर 'रानी केतकी की कहानी' और 'इंदुमति' के बीच ही लड़ाई है। 

    अलग-अलग विद्वानों के तर्क

    कहानी ‘ग्यारह वर्ष का समय’ के लेखक आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपने मशहूर ग्रन्थ ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ में बताया है कि वह ‘इंदुमती’ को पहली कहानी के रूप में देखते हैं। वहीं, आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपनी कहानी ‘ग्यारह वर्ष का समय’ को हिंदी की पहली कहानी के दावेदारों में शामिल भी किया है।

    इनके अलावा डॉक्टर गणपति चन्द्र गुप्त के अनुसार, सबसे पहले लिखी गई रचना ‘रानी केतकी की कहानी’ है,  लेकिन वह किशोरीलाल गोस्वामी को हिंदी के पहले कहानीकार मानते हैं। एक ओर डॉक्टर रामरतन भटनागर ‘रानी केतकी की कहानी’ को पहली कहानी मानते हैं तो वहीं दूसरी ओर जयशंकर प्रसाद की ‘ग्राम’ नामक कहानी को आधुनिक हिंदी की पहली कहानी मानते हैं।