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    कौन हैं IAS उदित प्रकाश राय जिन पर लटकी है गिरफ्तारी की तलवार, दिल्ली सरकार के विशेष सचिव ने दर्ज कराई FIR

    By Abhishek TiwariEdited By: Abhishek Tiwari
    Updated: Thu, 08 Jun 2023 08:45 AM (IST)

    IAS Udit Prakash Rai News दिल्ली सरकार के विशेष सचिव वाई.वी.वी.जे राजशेखर की शिकायत पर आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन में आइएएस उदित प्रकाश राय के खिलाफ प्र ...और पढ़ें

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    दिल्ली सरकार के विशेष सचिव की शिकायत पर आइएएस उदित प्रकाश राय के खिलाफ FIR दर्ज

    नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दिल्ली सरकार और नौकरशाही के बीच रही तनातनी के दौरान वरिष्ठ आइएएस द्वारा अपनी एनुअल परफार्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट (एपीएआर) को बेहतर दिखाने के लिए दो वरिष्ठ आइएएस के फर्जी दस्तखत करने का मामला प्रकाश में आया है। 

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    समाचार एजेंसी एएनआई की ताजा जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार के विशेष सचिव वाई.वी.वी.जे राजशेखर की शिकायत पर आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई।

    प्राथमिकी में कहा गया है कि आइएएस अधिकारी उदित प्रकाश राय ने मैन्युअल प्रविष्टियां दर्ज करके और स्वयं रिपोर्टिंग/समीक्षा करने वाले अधिकारियों के हस्ताक्षर करके PARS (प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट नियम) में जालसाजी की और SPARROW पोर्टल के माध्यम से जानबूझकर PARS लिखने से परहेज किया।

    2007 बैच के IAS अफसर हैं उदित प्रकाश राय

    बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा भेजे गए एक पत्र पर दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने इस मामले की जांच की और जांच में दस्तखत फर्जी पाए गए हैं। सतर्कता विभाग की जांच में दो पूर्व आइएएस विजय देव और अनिंदो मजूमदार ने अपने उत्तर में कहा कि उन्होंने इन आइएएस की मैनुअल रिपोर्ट में कोई दस्तखत नहीं किए हैं।

    ये वरिष्ठ आइएएस 2007 बैच के उदित प्रकाश राय हैं। जो कई तरह के आरोपों के चलते विवादों में हैं। सतर्कता विभाग ने इसे फर्जीवाड़ा मानते हुए उदित प्रकाश राय के खिलाफ एफआइआर के लिए दिल्ली पुलिस को पत्र लिखा था। 

    क्या है पूरा मामला?

    यह पूरा मामला केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली सरकार को लिखे गए पत्र के बाद सामने आया है। उल्लेखनीय है कि बीती चार जुलाई 2022 को गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार काे पत्र लिखा था कि जिसमें कहा गया था कि आइएएस उदित प्रकाश राय अपनी एपीएआर ऑनलाइन नहीं भेज रहे हैं और इसे मैनुअली डाउनलोड किया जा रहा है।

    सरकार के सतर्कता विभाग ने शक होने पर इसकी जांच की और एपीएआर में 2017 से लेकर 2021 तक अलग अलग राज्यों में अलग अलग समय पर समीक्षा अधिकारी रहे पांच वरिष्ठ आइएएस को पत्र भेजकर उनकी प्रतिक्रिया मांगी। जिसमें आइएएस एचसीएल दास, विक्रम देव दत्त, चेतन भूषण सांघी, एच राजेश प्रसाद ने जवाब नहीं दिया है।

    जिसमें 2017 के बारे में अनिंदो मजूमदार और 2020 की समीक्षा बारे में विजय देव ने अपने जवाब में साफ कहा कि उन्होंने इस मामले में समीक्षा नही की है। विजय देव अभी दिल्ली में राज्य चुनाव आयुक्त हैं और मजूमदार कोलकाता में सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल में सदस्य हैं।

    आरोपों पर उदित प्रकाश राय ने नहीं दिया अपना पक्ष

    यह मामला साबित होने पर सतर्कता विभाग ने गत दो जून को आइपी एस्टेट थाने में उदित प्रकाश राय के खिलाफ प्राथमिकी के लिए शिकायत दी है। इसके साथ ही विभाग ने इस मामले की सूचना मिजोरम के मुख्य सचिव को भी भेज दी है। इन आरोपों पर उदित प्रकाश राय का भी पक्ष मांगा गया जो उपलब्ध नहीं हो सका है।

    सतर्कता सचिव के खिलाफ दी थी प्रताड़ना की शिकायत

    आईएएस उदित प्रकाश राय ने हाल ही में दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग के विशेष सचिव वाई वीवीजे राजशेखर के खिलाफ प्रताड़ित करने की शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया है कि जांच मामले में नोटिस मिलने के बाद मिजोरम से अवकाश लेकर सतर्कता विभाग के सामने पेश होने के लिए दिल्ली आए, इस संबंध में पहले ही राजशेखर को सूचित किया था, मगर राजशेखर अपने ऑफिस से कहीं निकल गए।

    उन्होंने अपने शिकायती पत्र में कहा था कि जांच के नाम पर उन्हें और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने पत्र की प्रतिलिपि मुख्य सचिव के अलावा मुख्यमंत्री, एलजी, केंद्रीय गृह मंत्री को भी भेजी है।