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    Film Education: इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में फिल्ममेकिंग की पढ़ाई शुरू, महेश भट्ट और अनु मलिक दिखाई 'दिशा'

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 05:26 PM (IST)

    पूर्वी दिल्ली में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के पूर्वी कैंपस में फिल्म स्कूल की शुरुआत हुई। महेश भट्ट और अनु मलिक मुख्य अतिथि थे। यहाँ फिल्म निर्माण में सर्टिफिकेट और स्नातक कोर्स उपलब्ध होंगे। कुलपति महेश वर्मा ने बताया कि यह संस्थान उत्तरी भारत में फिल्म प्रशिक्षण को बढ़ावा देगा। इस वर्ष मोबाइल और शॉर्ट फिल्म मेकिंग कोर्स शुरू होंगे साथ ही फिल्म फेस्टिवल भी होगा।

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    इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में फिल्म स्कूल शुरू, सर्टिफकेट कोर्स कर सकेंगे छात्र

    जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के पूर्वी कैंपस में बुधवार को फिल्म स्कूल की शुरुआत हुई। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में फिल्म निर्माता एवं निर्देशक महेश भट्ट और संगीतकार अनु मलिक शामिल हुए। जल्द ही फिल्म जगत में अपना भविष्य बनाने की चाह रखने वाले विद्यार्थियों को इसमें सर्टिफिकेट कोर्स करने का मौका मिलेगा। अगले सत्र से स्नातक कोर्स शुरू होंगे।

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    कई स्टूडियो से किया गया करार

    कुलपति प्रो. महेश वर्मा ने बताया कि मनोरंजन हर किसी के जीवन से जुड़ा है लेकिन उत्तर भारत में फिल्म मेकिंग का प्रशिक्षण देने के लिए गिने चुने संस्थान है। इस क्षेत्र को नया आयाम देने के लिए यूनिवर्सिटी ने फिल्म स्कूल की स्थापना की दिशा में कदम उठाया है। इसके लिए अभी कई स्टूडियो से करार किया गया है।

    इस वर्ष मोबाइल फिल्म मेकिंग, शाॅर्ट फिल्म मेकिंग समेत कुछ सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जाएंगे। एक फिल्म फेस्टीवल भी होगा। अगले सत्र से इसमें स्नातक कोर्सों की शुरुआत होगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी में हर तरह की सुविधा विकसित की जाएगी।

    'समाज की गतिविधियां दिखाती हैं फिल्म'

    इस कार्यक्रम में महेश भट्ट की पटकथा और अनु मलिक के संगीत से सजी फिल्म ''तू मेरी पूरी कहानी'' का ट्रेलर दिखाया गया। इस दौरान फिल्म की निर्देशक सुहरिता दास, कलाकार अरहान मलिक, हिरण्य ओझा मौजूद रहे। भट्ट ने कहा कि फिल्म मेकिंग समाज की गतिविधियों को दिखाने वाली विधा है।

    'दिशा तय करने के लिए सपने देखना जरूरी'

    इसमें हर पात्र और कहानी कहीं न कहीं वास्तविक जीवन से जुड़ी होती है। इस विधा को आगे बढ़ाने के लिए जो काम करेगा, वह उसके साथ हैं। इसलिए यूनिवर्सिटी के इस कैंपस में आए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सफलता के लिए सपने देखना जरूरी है, क्योंकि वही कुछ करने के लिए प्रेरित करते हैं। अगर सपने देखना छोड़ देंगे तो कोई दिशा तय नहीं कर पाएंगे।

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