MSP की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर महापंचायत, कैमरे पर क्या बोले राकेश टिकैत?
संयुक्त किसान मोर्चा ने जंतर-मंतर पर एमएसपी की मांग को लेकर महापंचायत की जिसमें कृषि क्षेत्रों को अमेरिकी समझौते से बाहर रखने का आग्रह किया गया। जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि एमएसपी पूरे देश के किसानों की मांग है। राकेश टिकैत और अन्य नेताओं ने कपास पर आयात शुल्क हटाने का विरोध किया जिससे किसानों पर असर पड़ेगा। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी थी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सोमवार को जंतर-मंतर पर महापंचायत की, जिसमें एमएसपी के साथ ही कृषि, डेयरी, पोल्ट्री और मत्स्य पालन क्षेत्रों को अमेरिका के साथ किसी भी प्रस्तावित समझौते से बाहर रखने और वर्ष 2020-21 के आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों को वापस लेने की मांग की गई। महापंचायत में विभिन्न राज्यों के किसान मौजूद रहे।
एसकेएम के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि एमएसपी की मांग सिर्फ पंजाब और हरियाणा के किसानों की ही नहीं, बल्कि पूरे देश के किसानों की भी है। वहीं, राकेश टिकैत, प्रेम सिंह गहलावत व पी कृष्ण प्रसाद समेत अन्य नेताओं ने पत्रकार वार्ताकर अपनी मांगें रखी। जिसमें काटन पर 11 प्रतिशत आयात शुल्क हटाने के केंद्र सरकार के निर्णय का विरोध किया। कहा कि, इससे बड़ी संख्या में कपास के किसान प्रभावित होंगे।
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दिल्ली की सीमाओं पर चार वर्ष पूर्व चले किसान आंदोलन के बाद हुई यह महापंचायत शांतिपूर्ण रही। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जंतर मंतर पर 1,200 कर्मियों को तैनात किया गया था।
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