IGI Airport: यूके भेजने के लिए महिला से 22 लाख रुपये में तय किया था सौदा, आरोपित एजेंट गिरफ्तार
नई दिल्ली आईजीआई पुलिस ने फर्जी वीजा रैकेट का पर्दाफाश किया है जिसमें एक एजेंट सरवन सिंह गिरफ्तार हुआ। वह यूके के नकली वीजा बनाकर लोगों को विदेश भेजता था। अमरजीत कौर नामक महिला के वीजा की जांच में धोखाधड़ी का पता चला। उसने 22 लाख में वीजा का सौदा किया था। पुलिस सरवन के साथियों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आईजीआई थाना पुलिस ने एक बड़े फर्जी वीजा रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पंजाब के कपूरथला से एक एजेंट सरवन सिंह उर्फ कोहली को गिरफ्तार किया गया है, जो यूके का फर्जी वीजा बनाकर लोगों को विदेश भेजने का गैरकानूनी धंधा चला रहा था। मामले की छानबीन चल रही है।
ऐसे चला पता
मामला तब सामने आया जब अमरजीत कौर, जो पंजाब के कपूरथला जिले की रहने वाली है, लंदन जाने के लिए आइजीआइ एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर इमिग्रेशन क्लियरेंस के लिए पहुंची। उनके दस्तावेजों की जांच में पता चला कि उनके पासपोर्ट पर लगा यूके वीजा नकली था। इमिग्रेशन की शिकायत पर आइजीआइ थाना में भारतीय न्याय संहिता और पासपोर्ट अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
अपने भाई के पास जा रही थी अमरजीत, 22 लाख रूपये में हुआ था सौदा
पूछताछ में अमरजीत ने बताया कि उसका भाई लंदन में रहता है और अच्छी कमाई करता है। बेहतर रोजगार की चाह में उसने यूके वीजा के लिए आइइएलटीस परीक्षा दी, लेकिन असफल रही। इसके बाद, चार-पांच महीने पहले उसकी मुलाकात सरवन सिंह उर्फ कोहली से हुई, जो गैरकानूनी तरीके से विदेश यात्रा कराने के लिए जाना जाता था। कोहली ने अपने एक साथी के साथ मिलकर जालंधर में एक कार्यालय से अमरजीत को 22 लाख रुपये में लंदन भेजने का वादा किया। इस सौदे में 5 लाख रुपये एडवांस लिए गए और एक हफ्ते पहले उसके पासपोर्ट पर फर्जी यूके वीजा लगाया गया।
साथी की हो रही तलाश
अमरजीत से मिली जानकारी के आधार पर इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार त्यागी की अगुआई में एक विशेष टीम गठित की। इस टीम में इंस्पेक्टर अवधेश कुमार भी शामिल शामिल थे। इस टीम ने स्थानीय खुफिया जानकारी और तकनीकी निगरानी के आधार पर कपूरथला में छिपे सरवन सिंह को धर दबोचा। पूछताछ में सरवन सिंह ने अपना जुर्म कबूल किया।
उसने बताया कि उसने 12वीं तक पढ़ाई की है और वह फर्जी दस्तावेजों, खासकर नकली यूके वीजा के जरिए लोगों को विदेश भेजने का काम करता था। पुलिस अब उसके साथी की तलाश कर रही है और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान करने में जुटी है।
फर्जी दस्तावेजों और अवैध गतिविधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। यात्रियों से अपील है कि वे केवल अधिकृत चैनलों के जरिए ही वीजा और यात्रा संबंधी प्रक्रियाएं पूरी करें। आइजीआइ थाना पुलिस ने सितंबर महीने में फर्जी वीजा और पासपोर्ट से जुड़े मामलों में 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें पहले से दर्ज मामलों में वांछित आरोपी भी शामिल हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट पर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल 25 से अधिक लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। - विचित्रवीर, उपायुक्त, आइजीआइ जिला पुलिस
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