दिल्ली में फर्जी फार्मेसिस्ट पर सरकार का कड़ा एक्शन, लाइसेंस होगा निरस्त; दवा बिक्री भी रोकी
दिल्ली में फर्जी डिग्री पर फार्मासिस्ट बने 35 लोगों के लाइसेंस रद्द होंगे। औषधि नियंत्रण विभाग ने उन्हें नोटिस जारी कर दवा बिक्री पर रोक लगा दी है। पुलिस की एंटी करप्शन शाखा ने इन्हें गिरफ्तार किया था। विभाग ने 23 दुकानों को बंद करा दिया है। औषधि नियंत्रक दानिश अशरफ के अनुसार यह कार्रवाई अवैध दवा कारोबार पर लगाम लगाने के लिए की जा रही है।

अनूप कुमार सिंह, नई दिल्ली। फर्जी डिग्री पर फार्मासिस्ट बनें पकड़े गए सभी 35 फार्मासिस्ट के लाइसेंस निरस्त होंगे। दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग ने सभी को इस आशय का नोटिस जारी करते हुए उनके नाम (लाइसेंस) पर चल रहीं दवा दुकानों से दवा बिक्री पर रोक लगा दी है। जल्द उनके लाइसेंस निरस्त कर दिए जाएंगे। दिल्ली पुलिस की एंटी करप्शन शाखा (एसीबी) ने पिछले दिनों फर्जी डिग्री के आधार पर फार्मासिस्ट बने 35 लोगों को गिरफ्तार किया था।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद अब दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग ने भी अपनी कार्रवाई आरंभ की है। इसके तहत दिल्ली के विभिन्न इलाकों में स्थित 23 दुकानों को बंद करा दिया गया है। औषधि नियंत्रक दानिश अशरफ के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई से दिल्ली के दवा बाजार और व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
छापेमारी के बाद ढाई लाख की नकदी दवा जब्त
दिल्ली नकली दवाओं के कारोबार पर लगातार सख्त हो रहे औषधि नियंत्रक दानिश अशरफ के ही निर्देश पर उप औषधि नियंत्रक केआर चावला के नेतृत्व में पिछले दिनों चांदनी चौक के भागीरथी पैलेस में तरुण क्वात्रा के परिसर मेसर्स क्यारा फार्मास्युटिकल, भगीरथ पैलेस पर छापा मार कर ढाई लाख की नकली दवा पकड़ी थी। अब दवा की 23 दुकानों के लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।
35 फार्मासिस्ट फर्जी दस्तावेज से दुकान चला रहे थे
एसीबी की जांच में पता चला था कि पकड़े गए सभी 35 फर्जी फार्मासिस्ट बिना वैध लाइसेंस और उचित योग्यता के दिल्ली के विभिन्न इलाकों में दवा की दुकानों का संचालन कर रहे थे। आरोप है कि इनमें कई नकली और निम्न गुणवत्ता वाली दवाओं के कारोबार में भी लिप्त थे। दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस रिपोर्ट के आधार पर विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन दुकानों की जांच शुरू की।
दवा बिक्री पर प्रतिबंध लगाते हुए उन्हें बंद करा दिया
जांच में पाया गया कि ये दुकानें न केवल अवैध रूप से संचालित हो रही थीं, बल्कि कई दुकानों में दवाओं के भंडारण और बिक्री के लिए निर्धारित मानकों का भी उल्लंघन किया जा रहा था। इसके बाद फर्जी फार्मासिस्ट के लाइसेंस पर चल रही 23 दुकानों के लाइसेंस को निरस्त करने की प्रक्रिया आराम करते हुए दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग नोटिस जारी कर दिया। साथ ही इन दुकानों से दवा बिक्री पर प्रतिबंध लगाते हुए उन्हें बंद करा दिया।
अन्य संदिग्ध 12 दुकानों की जांच भी जारी
दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ‘हमारी प्राथमिकता लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा है। इस कार्रवाई से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि ऐसी अवैध गतिविधियों को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘अन्य संदिग्ध 12 दुकानों की जांच भी जारी है, उन पर भी कड़ी कार्रवाई की तैयारी है। भविष्य में और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।’
दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग के इस कदम का स्वागत
कई व्यापारियों ने दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग के इस कदम का स्वागत किया है। दिल्ली ड्रग डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव आशीष ग्रोवर ने कहा कि हम लोग दुकानदारों को लगातार अधिकृत माध्यम से बिल पर दवा लेने-देने को लेकर जागरूक करते हैं। अगर कोई गलत करता है तो वह कार्रवाई के लिए तैयार रहे। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो, इससे बाजार साफ सुथरा होगा।

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