दिल्ली में गिर गया इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन, पिछले चार वर्ष में हैं सबसे कम; जानिए क्या है कारण
दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी बंद होने से पंजीकरण में भारी गिरावट आई है। जुलाई में कुल वाहनों का पंजीकरण बढ़ने के बावजूद इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण काफी कम रहा। विशेषज्ञों के अनुसार सरकार को सब्सिडी और अन्य सुविधाएं जारी रखनी चाहिए। हाइब्रिड वाहनों पर सब्सिडी न होने से लोग पड़ोसी राज्यों में पंजीकरण करा रहे हैं जिससे दिल्ली को नुकसान हो रहा है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी बंद होने का असर सीधे तौर पर उनके पंजीकरण के मामले में दिख रहा है।
दिल्ली में एक तरफ जहां कुल वाहनों का पंजीकरण जुलाई में बढ़कर 67000 हो गया, वहीं इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण नहीं बढ़ा है और कुल मिलाकर इस श्रेणी के 3425 वाहन ही पंजीकृत हुए हैं।
पिछले चार माह के आंकड़ों पर भी नजर डालें तो इस दाैरान इलेक्ट्रिक के कुल वाहनों का पंजीकरण 2022 के उस दौरान के माहौल से भी कम हो गया है, जब कोरोना महामारी के बाद बाजार धीरे धीरे उठना शुरू हुआ था।
परिवहन विशेषज्ञों की मानें तो जब तक सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में गंभीर नहीं होगी और सब्सिडी सहित अन्य सुविधाओं जारी नहीं करेगी, इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण बढ़ाना मुश्किल है।
स्थिति पर गौर करें तो जनवरी 2024 से दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण पर सब्सिडी बंद है। 2024 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी, उस समय लगभग एक साल तक दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण पर सब्सिडी नहीं मिल सकी।
यानी जनवरी 2024 से जनवरी 2025 तक सब्सिडी नहीं दी गई। फरवरी 2025 में जब दिल्ली में भाजपा सरकार आई तो लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब तो सब्सिडी मिलनी शुरू होगी।
भाजपा सरकार ने आप सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति को तो अगे बढ़ाया है, यह नीति 31 मार्च 2026 तक के लिए बढ़ा दी गई है। मगर इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी के मामले में अभी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई है।
ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण लगातार गिर रहा है। 2022-23 में इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण जो ऊपर की ओर बढ़ रहा था वह 2024 से लगातार नीचे गिर रहा है।
यहां गौर करने वाली बात है कि जुलाई में कुल वाहनों का पंजीकरण तो बढ़ रहा है मगर इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर लोगों का रुझान नहीं है। इसका एक कारण इलेक्ट्रिक वाहनों का अत्यधिक महंगा होना भी माना जा रहा है।
वहीं सरकार ने हाइब्रिड कारों पर सब्सिडी का भी फैसला नहीं लिया है, ऐसे में उत्तर प्रदेश में ये कारें दो से लेकर ढाई लाख तक सस्ती हैं और दिल्ली के लोग उत्तर प्रदेश में ये कारें पंजीकृत करा रहे हैं। इसका भी नुकसान दिली को हो रहा है।
अप्रैल से जुलाई तक चार वर्ष में इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण
वर्ष | 2022 | 2023 | 2024 | 2025 |
अप्रैल | 3962 | 5185 | 5263 | 3723 |
मई | 3508 | 7632 | 4993 | 4054 |
जून | 4459 | 4907 | 4077 | 2666 |
जुलाई | 5595 | 4917 | 5155 | 3425 |
कुल | 17254 | 22641 | 19488 | 13868 |
यह भी पढ़ें- दिल्ली सरकार करने जा रही है बड़ा बदलाव, सभी तरह के लाइसेंस लेने के लिए बनाया जाएगा एकीकृत पोर्टल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।