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    असली शीशियों में कैंसर की नकली दवा, IIT BHU से बीटेक कर चुका युवक था सप्लायर; दिल्ली से पुणे तक चल रहा था मौत का खेल

    Updated: Wed, 13 Mar 2024 06:58 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने कैंसर की नकली दवाओं की आपूर्ति करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़ कर आठ आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आठवें आरोपी को बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी आदित्य कृष्णा आईआईटी बीएचयू का छात्र रहा है और वह मुजफ्फरपुर में मेडिकल स्टोर चलाता था। वह एक अन्य आरोपी नीरज चौहान से दवाएं खरीदता था और उसे सप्लाई करता था।

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    कैंसर की नकली दवा सप्लाई करने वाला गैंग का आठवां आरोपी गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कीमोथेरेफी की नकली दवाओं का कारोबार करने के आरोप में पुलिस ने एक अन्य आरोपी को बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया है। पुलिस इससे पहले सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। आठवें आरोपी की पहचान बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी आदित्य कृष्णा के तौर पर हुई है। उसे दिल्ली लाया गया है। 

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    आदित्य कृष्णा नीरज चौहान से दवाईयां खरीदता था और उसे पुणे और एनसीआर में सप्लाई करता था। वह मुजफ्फरपुर में दवाई की दुकान चलाता था। वह आईआईटी बीएचयू से बीटेक कर चुका है। उसे आज कोर्ट में पेश किया जाएगा और पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी में ले जाया जाएगा। 

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    सस्ती कीमत पर दवा मुहैया कराने का झांसा

    गिरफ्तार आरोपितों में दो दिल्ली के रोहिणी स्थित नामी राजीव गांधी कैंसर अस्पताल के कर्मचारी है। आरोपित इस कैंसर अस्पताल में मरीजों को दिए जाने वाले कीमोथेरेपी में इस्तेमाल इंजेक्शनों की खाली शीशियां प्राप्त कर उसमें एंटी फंगल दवा भरकर दिल्ली, हरियाणा व बिहार समेत अन्य राज्यों के दवा विक्रेताओं व कैंसर के मरीजों से सीधे संपर्क कर उन्हें सस्ती कीमत में दवा मुहैया करने का झांसा देकर बेच देते थे।

    नेपाल और अफ्रीकी देशों के लोगों को बनाते थे शिकार

    ये लोग खासतौर पर नेपाल और अफ्रीकी देशों से कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली आने वाले मरीजों को शिकार बनाते थे। कीमोथेरेपी की दवाईयां बहुत हार्ड होती हैं, जिसके इस्तेमाल से बाल भी झड़ जाते हैं। ये दवाई बहुत महंगी आती हैं, लेकिन आरोपितों द्वारा बेची जाने वाली नकली दवाओं में कोई भी ऐसा सॉल्ट नहीं होता है जो स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल पाए। 

    दिल्ली के मोती नगर में बनाई जाती थी नकली दवाएं

    गिरफ्तार आरोपित बिना किसी सक्रिय घटक के नकली दवाएं उपलब्ध कराकर झूठी उम्मीदें बेचता था और मरीजों के बहुमूल्य जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा था। नकली दवाइयां दिल्ली के मोती नगर में बनाई जाती थी। आरोपितों की निशानदेही पर सात अंतरराष्ट्रीय व दो भारतीय ब्रांडों की चार करोड़ रुपये मूल्य की नकली कैंसर की दवाएं बरामद की गई हैं। 

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