डर के मारे दिल्ली के इस थाने को छोड़कर भागे पुलिस वाले... बारिश का पानी भरने से पड़े जान के लाले
पूर्वी दिल्ली में भारी बारिश के कारण खजूरी थाने में जलभराव हो गया जिससे पुलिसकर्मियों को सड़क पर आना पड़ा। बिजली ग्रिड में पानी भरने से करंट का खतरा भी बना रहा। वहीं लक्ष्मी नगर में पीपल का पेड़ गिरने से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया और बिजली गुल हो गई। गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले मूसलधार वर्षा हुई। दिल्ली पुलिस स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने में जुटी हुई है। वर्षा इतनी ज्यादा हुई कि खजूरी खास थाना में पानी भर गया और दिल्ली पुलिस को अपनी सुरक्षा के लिए सड़क पर आना पड़ा।
थाने के पास ही बिजली विभाग का ग्रिड है। वहां भी पानी भर गया। करंट फैलने की आशंका को देखते हुए पुलिस को थाना छोड़कर सड़क पर जाना पड़ा। करीब दो घंटे तक बिजली काटनी पड़ी। थाने व आसपास की सड़क पर चार फीट पानी भर गया।
एनएचएआई की लापरवाही का खामियाजा खजूरी थाना व इसके आसपास की काॅलोनी में रहने वाले लोग एक साल से भुगत रहे हैं। सबसे बुरे हालात थाने के हैं। दिल्ली सहारनपुर हाईवे के निर्माण कार्य के दौरान एनएचएआई ने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग का खुला नाला बंद करके उसे अंडरग्राउंड कर दिया था।
नाले का लेवल बिगड़ने से यहां जलभराव होता है। खजूरी थाने के पुलिसकर्मियों ने कहा नर्क किसे कहते हैं यह उन्होंने जीते जी देख लिया। इतनी बारिश हुुई कि थाने के अंदर पानी भर गया। जाने के रास्ता बंद जाए उससे पहले ही सभी पुलिसकर्मी थाने से निकलकर दिल्ली सहारनपुर हाईवे की सर्विस लेन पर आ गए।
पानी इतना ज्यादा था कि बाइक डूब रही थे। कई घंटे तक थाने में पानी भरा रहा। पुलिसकर्मियों ने सड़क पर ही बैठकर काम किया। नाला ब्लाक होने से थाने के परिसर में पहले पानी भरता था। लेकिन बृहस्पतिवार को थाने के अंदर ही पानी भर गया।
पीपल का पुराना पेड़ गिरने से मकान हुआ क्षतिग्रस्त
लक्ष्मी नगर इलाके में बुधवार देर रात पीपल का एक पुराना पेड़ गिरने से चार मंजिला मकान क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ ही बिजली के दो खंभे व एक ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गया। खंभे टूटने से क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। खबर लिखे जाने तक लाइट ठीक होने व पेड़ को हटाने का काम चल रहा था।
मकान मालिक निर्मल ने बताया कि वह बुधवार रात को अपने घर पर सो रहे थे। डेढ बजे तेज आवाज आई। बालकनी से देखा तो पेड़ उनके घर पर गिरा हुआ है। लाइट चली गई थी। गनीमत रही हादसे में कोई घायल नहीं हुआ। दिन में अगर पेड़ गिरता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।