Bulldozer Action: नाले के ऊपर चल रही अवैध पार्किंग हटाई, राजनीतिक संरक्षण के चलते नहीं पा रही थी सफाई
पूर्वी दिल्ली के कर्दमपुरी में सिंचाई विभाग की एक एकड़ नाले की जमीन पर राजनीतिक संरक्षण के चलते अवैध पार्किंग चल रही थी। सिंचाई विभाग की शिकायत पर एसडीएम ने पुलिस की मदद से अतिक्रमण हटवाया। आरोप है कि आप सरकार के पूर्व मंत्री के रिश्तेदार ने कब्जा किया था। दुबारा कब्जे पर विभाग को जिम्मेदार ठहराया गया है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के शाहदरा नाले की जमीन को घेरकर कर्दमपुरी में वर्षों से राजनीतिक संरक्षण से अवैध पार्किंग का खेल चल रहा है। सरकारी विभाग होने के बावजूद सिंचाई विभाग खुद अपनी जमीन को खाली नहीं करवा सका।
उसे जमीन को खाली करवाने के लिए प्रशासन व पुलिस का सहारा लेना पड़ा। शुक्रवार को एसटीएफ ने नाले की जमीन को खोली करवाया। सवाल यह भी है सिंचाई विभाग जमीन ही खाली नहीं कर पा रहा था।
जिन लोगों ने उसपर कब्जा किया हुआ था। उनके खिलाफ केस दर्ज या अन्य कार्रवाई नहीं की। विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। एसडीएम शाहदरा झपन झा ने सिंचाई विभाग को चेताया अगर दोबारा कब्जा हुआ तो विभाग जिम्मेदार होगा।
शाहदरा उत्तरी जोन के डिप्टी चेयरमैन मुकेश बंसल ने अवैध पार्किंग को लेकर सिंचाई विभाग से शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि शाहदरा नाला सिंचाई विभाग का बड़ा नाला है, इसमें पीडब्ल्यूडी के नाले जुड़ते हैं। विभाग नाले से गाद निकालकर किनारे पर डाल देता, उसे उठाता नहीं है।
आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने एक पूर्व मंत्री के रिश्तेदार से यहां नाले पर अवैध कब्जा करवाया। वाहनों से शुल्क वसूला जा रहा था। उन्होंने आप सरकार में कई शिकायतें की, किसी ने नहीं सुनी। भाजपा सरकार बनने के बाद वह समस्या लेकर मंत्री प्रवेश वर्मा के पास गए।
उन्होंने डीएम को नाले से अवैध पार्किंग व अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए। एसडीएम तपन झा ने कहा कि शुक्रवार को मौजपुर पुल से लेकर कर्दमपुरी पुल तक की गई अवैध पार्किंग को हटाया गया। एक एकड़ नाले की जमीन को खोली करवाया गया।
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