दिल्ली में कारोबारी से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने वाले बदमाशों को पकड़ नहीं सकी पुलिस
पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में एक कपड़ा व्यापारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगने वाले बदमाश पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। सीसीटीवी में चेहरे कैद होने के बावजूद 14 दिनों में भी पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पाई है। पीड़ित ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है जबकि पुलिस का कहना है कि जांच जारी है। यह घटना पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। जाफराबाद थाना क्षेत्र इलाके में कपड़ा कारोबारी से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने वाले बदमाशों को दिल्ली पुलिस 14 दिन बाद भी पकड़ नहीं सकी है। बदमाशों ने खुलेआम पुलिस की सुरक्षा को चुनौती देते हुए रंगदारी मांगी थी। वह भी उस वक्त जब बदमाशों के खिलाफ पुलिस कुख्यात गैंगस्टरों के खिलाफ आपरेशन आघात व कवच चला रही थी।
आरोप है कि इस वारदात ने जिले से लेकर थाना पुलिस पर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हुए हैं। आखिर इतने दिन गुजर जाने के बाद भी बदमाश पकड़ में क्यों नहीं आ सके। वो भी उस वक्त जब बदमाशों के चेहरे सीसीटीवी कैमरें में कैद हुए थे। जिले का स्पेशल स्टाफ से लेकर एएटीएस तक भी कुछ नहीं कर पा रहा है।
नासिर मोहनपुरी क्षेत्र में मिनी मोनेस्ट्री नाम से से एक कपड़े का शोरूम चलाते हैं। पीड़ित का कहना है कि 20 अगस्त को बदमाशों ने रात के वक्त पेट्रोल डालकर उनके शोरूम में आग लगाई थी। इसके बाद 18 सितंबर की रात बदमाशों ने उनके शोरूम के बाहर धमकी भरा पत्र चिपकाकर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। दोनों ही वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी।
बदमाशों के चेहरे भी नजर आ रहे हैं। लेकिन पुलिस उन बदमाशों को कपड़ नहीं पा रही है। फुटेज पुलिस को दी हुई है। आरोप बदमाशों को पकड़ना तो दूर पुलिस उनके बारे में पता भी नहीं लगा पा रही है।
उन्होंने कहा कि पुलिस उन्हीं बदमाशों को पकड़ पाती है जो खुद आत्मसमर्पण कर देते हैं। पुलिस से सवाल किया कि अगर बदमाशों ने उनके साथ कुछ कर दिया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा पुलिस या फिर उनका कारोबार। इस मामले में जिला पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है।
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