दिल्ली के इस इलाके में सील होंगे 100 अवैध बोरवेल, जल बोर्ड का सख्त आदेश
भीषण गर्मी के बीच पानी की किल्लत को देखते हुए शाहदरा जिला प्रशासन ने अवैध बोरवेलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। एक सप्ताह में 100 बोरवेल सील करने का लक्ष्य रखा गया है जिसकी शुरुआत मानसरोवर पार्क से हुई। विरोध के बावजूद प्रशासन ने बोरवेल सील किए और जुर्माना लगाया। दिल्ली जल बोर्ड द्वारा दी गई सूची के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। राजधानी में भीषण गर्मी पड़ रही है। लोगों को पानी की किल्लत का भी सामना करना पड़ रहा है। इस बीच शाहदरा जिला प्रशासन ने भूजल का दोहन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कमर कस ली है।
प्रशासन ने अवैध बोरवेल लगाकर भूजल का दोहन करने वालों पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। प्रशासन ने एक सप्ताह में 100 बोरवेल सील करने का लक्ष्य रखा है। बुधवार को प्रशासन ने अभियान की शुरुआत करते हुए मानसरोवर पार्क में घरों में अवैध रूप से लगे बोरवेल सील कर दिए। जुर्माना भी लगाया गया।
दिल्ली जल बोर्ड, बीएसईएस व पुलिस की टीम एसडीएम शाहदरा तपन झा के नेतृत्व में मानसरोवर पार्क पहुंची। जैसे ही टीम बोरवेल सीलिंग के लिए क्षेत्र में पहुंची तो स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने अपने घरों में अवैध बोरवेल खोद रखे थे।
टीम को देखते ही लोगों ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। प्रशासन के अधिकारियों ने पुलिस की मदद से दरवाजे खुलवाए और बोरवेल ढूंढकर उसे सील कर दिया। बीएसईएस की टीम ने जिस बिजली मीटर से कनेक्शन किया गया था उसे सील कर दिया। एसडीएम तपन झा ने बताया कि चार से पांच मंजिल वाले घरों में बोरवेल लगाए गए थे। हर मंजिल पर बोरवेल का पानी जा रहा था।
विभाग की अनुमति के बिना अवैध रूप से बोरवेल लगाए गए थे। उन्होंने बताया कि पहले प्रशासन बोरवेल को सील कर देता था। लेकिन अब सील करने के साथ ही बोरवेल से मोटर निकाल दी जाती है और आधे से ज्यादा पाइप बोर में डाल दी जाती है।
इसका मतलब यह है कि उस स्थान पर दोबारा बोरवेल नहीं खोदा जा सकता। पहले दिन 12 बोरवेल सील किए गए हैं। बोरवेल लगाने वालों पर जुर्माना भी लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि शाहदरा, मानसरोवर पार्क, ज्योति नगर, अशोक नगर, राम नगर, मानसरोवर पार्क, जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, कबीर नगर, कर्दमपुरी समेत अन्य इलाकों में कार्रवाई की जाएगी। एक हफ्ते में 100 बोरवेल सील किए जाएंगे। भूजल का दोहन गैर-कानूनी है। एनजीटी ने भूजल के दोहन पर रोक लगा रखी है।
दिल्ली जल बोर्ड ने प्रशासन को दी थी लिस्ट
प्रशासन ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड ने प्रशासन को एक सूची दी है। इसमें उन जगहों के नाम हैं, जहां दिल्ली जल बोर्ड की अनुमति के बिना बोरवेल लगाए गए हैं। जल बोर्ड ने उन्हें पहले भी चेतावनी दी थी, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। जिसके बाद सीलिंग की प्रक्रिया शुरू हुई।
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