Dussehra in Delhi 2022: बिना पटाखा लाइट और साउंड से 100 फीट के रावण-कुंभकरण के पुतले करेंगे धूम-धड़ाके
Dussehra in Delhi 2022 प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इस बार दशहरे के पर्व पर पटाखा लाइट और साउंड के बिना रावण और कुंभकरण के पुतले जलाए जाएंगे। सरकार ने पहले ही हर प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध लगा रखा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बिना पटाखे के दिल्ली की रामलीलाओं में रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतले लाइट और साउंड से धूम-धड़ाके करेंगे। वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने हर प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसे देखते हुए रामलीला समितियों ने रावण के पुतले से आवाज और तेज प्रकाश निकालने के वैकल्पिक इंतजाम किए हैं।
रामलीला मैदान में जलाया जाएगा 90 फीट का रावण
इस बार दिल्ली में 70 से लेकर 100 फीट तक के रावण के पुतले तैयार किए गए हैं। लालकिले में लवकुश रामलीला में 100 फीट, नवश्री में 90 फीट व श्रीधार्मिक लीला कमेटी द्वारा 80 फीट का रावण तैयार कराया जा रहा है। रामलीला मैदान में 90 फीट का रावण जलाया जाएगा। नवश्री में अलग से 20 फीट का कोरोना का पुतला भी तैयार कराया गया है। आयोजकों के मुताबिक साउंड इफेक्ट और रोशनी से ऐसा लगेगा जैसे सही में पुतलों से पटाखे छूट रहे हैं।
देशभक्ति व सामाजिक समरसता का संदेश देती रामलीला
दिल्ली की एक रामलीला देशभक्ति व सामाजिक समरसता का भी संदेश दे रही हैं। रामलीला मैदान में चल रही रामलीला का प्रतिदिन आरंभ राष्ट्रगान से तो समापन वाल्मीकि समाज के प्रबुद्ध लोगों द्वारा प्रभु राम की आरती से होता है। रामलीला मैदान में गांधी जी का चरखा भी रखा गया था तथा एक व्यक्ति गांधी जी की वेशभूषा धारण कर रहते हैं, जो यहां आने वाले भक्तों को लुभाते हैं।
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सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. हर्षवर्धन भी रामलीला के राष्ट्रगान में शामिल हुए। चौधरी बाल्मिकी सरपंच कमेटी के अध्यक्ष रमेश चौधरी, उपाध्यक्ष पंडित दुर्गादास चौधरी ने श्रीराम की आरती उतारी।
क्रेन के माध्यम से संजीवनी बूटी लाए हनुमान
लाल किला मैदान में नवश्री धार्मिक धार्मिक लीला कमेटी में रावण द्वारा विभीषण का त्याग, रामेश्वरम की स्थापना, रावण अंगद संवाद लक्ष्मण मेघनाथ युद्ध, हनुमान जी का संजीवनी लाना, मूर्छा भंग होने का अद्भुत दृश्य मंचित हुआ।
विशेष बात कि प्रभु हनुमान क्रेन के माध्यम से आकाश मार्ग से संजीवनी बूटी लाएं, जिसे अचंभित होकर दर्शकों ने देखा और बजरंगबली के जयकारे लगाए। लालकिला के ही श्री धार्मिक लीला कमेटी में विभीषण द्वारा रावण को समझाने और जानकी को ससम्मान भगवान राम के पास पहुंचाने के साथ ही रावण के क्रोधित होकर विभीषण को लंका से निकालने का मंचन हुआ।
कमेटी के महामंत्री धीरजधर गुप्ता व मंत्री प्रदीप शरन ने बताया कि वानरों की सहायता से नल नील के सेतुबंद पुल का निर्माण करने, राम सेना का लंका पहुंचने का मंचन किया गया।