DU Admission: दिल्ली विश्वविद्यालय में टूरिज्म मैनेजमेंट कोर्स में दाखिले का आज अंतिम दिन, प्रवेश शाखा से की समय बढ़ाने की मांग
दिल्ली विश्वविद्यालय में टूरिज्म मैनेजमेंट कोर्स में दाखिले के लिए शुक्रवार को अंतिम दिन है। विभाग ने प्रवेश शाखा से समय बढ़ाने का अनुरोध किया है क्योंकि प्रवेश 2 जून से शुरू हुए थे। सीयूईटी स्नातकोत्तर में मैनेजमेंट विषय की परीक्षा देने वाले आवेदन कर सकते हैं। इस कोर्स में कुल 50 सीटें हैं। परास्नातक का यह दो वर्षीय कोर्स पर्यटन क्षेत्र के बढ़ते महत्व के चलते शुरू किया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में 2025-26 शैक्षणिक सत्र से शुरू किए गए टूरिज्म मैनेजमेंट कोर्स में प्रवेश के लिए पांच दिन का ही समय दिया गया है।
अब विभाग की ओर से प्रवेश शाखा से समय बढ़ाने की मांग की गई है। प्रवेश के लिए सीयूईटी स्नातकोत्तर को अनिवार्य बनाया गया है। सीयूईटी में मैनेजमेंट विषय की परीक्षा चुनने वाले इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
डीयू ने पर्यटन क्षेत्र के बढ़ते महत्व को देखते हुए पर्यटन मैनेजमेंट में नया परास्नातक पाठ्यक्रम शुरू किया है। यह कोर्स दिल्ली विश्वविद्यालय के सतत शिक्षा एवं विस्तार विभाग द्वारा चलाया जाएगा।
काेर्स को अकादमिक काउंसिल के बाद कार्यकारी परिषद से मिली है मंजूरी
मई के पहले सप्ताह में पहले इस कोर्स को अकादमिक काउंसिल और फिर 23 मई को कार्यकारी परिषद ने मंजूरी दी है। डीयू ने अपने परास्नातक प्रवेश की प्रक्रिया 17 मई से शुरू कर दी थी।
लेकिन, इस कोर्स में प्रवेश दो जून से शुरू किए गए। छह जून को पीजी प्रवेश प्रक्रिया समाप्त होने के साथ टूरिज्म मैनेजमेंट कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया भी समाप्त हो रही है।
अब सतत शिक्षा एवं विस्तार विभाग की ओर से प्रवेश शाखा को मेल भेजा गया है। और प्रवेश के लिए आवेदन का समय बढ़ाने का अनुरोध किया है।
बृहस्पतिवार शाम तक 250 छात्रों ने कोर्स के लिए किया आवेदन
विभाग के प्रमुख प्रो. आशुतोष कुमार ने कहा, बृहस्पतिवार सुबह तक 204 आवेदन आए थे। शाम तक 250 छात्रों ने आवेदन किया है।
और अधिक छात्र कोर्स में रुचि लें, इसलिए तिथि बढ़ाने का अनुरोध हमारी ओर से किया गया है। प्रो. आशुतोष कुमार ने बताया कि कोर्स को शुरू करने में थोड़ा समय लग गया।
स्टैंडिंग कमेटी में लगा वक्त, जिससे दो जून से शुरू हुए दाखिले
स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में पाठ्यक्रम को स्वीकृति मिलने में थोड़ा वक्त लगा। बाद में अकादमिक और फिर कार्यकरी परिषद से इसे स्वीकृत कराया गया।
इस वजह से प्रवेश दो जून से शुरू किए जा सके। उन्होंने कहा, परास्नातक का दो वर्षीय कोर्स है। लेकिन, जो छात्र चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम में प्रवेश लेंगे, वह इस कोर्स में एक साल में पीजी की डिग्री ले पाएंगे।
उन्होंने कहा, काॅलेज ऑफ वोकेशनल स्टडी में यह कोर्स 1972 से संचालित हो रहा था। बाद में उन्होंने इसे स्नातकोत्तर में शुरू करने का अनुरोध किया, जिस पर कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने सहमति जताई और अब कोर्स शुरू हो सका है।
टूरिज्म मैनेजमेंट कोर्स में कुल 50 सीटें रखी गईं
टूरिज्म मैनेजमेंट कोर्स में कुल 50 सीटें रखी गई हैं। इनमें 21 सीटें यूआर कैटेगरी की हैं। एससी के लिए सात, एसटी के लिए चार ओबीसी के लिए 13 और ईडब्ल्यूएस के लिए पांच सीटें कोर्स में रखी गई हैं।
जिन छात्रों ने जनरल एमबीए, मार्केटिंग एंड फाइनेंस मैनेजमेंट, टूरिज्म, ट्रैवल एंड होटल मैनेजमेंट, बिजनेस एनालिटिक्स, सेल्स एंड मार्केटिंग आदि में सीयूईटी दी है, वह इस कोर्स में प्रवेश लेने के पात्र हैं।
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