दिल्ली विश्वविद्यालय ने रैगिंग रोकने के लिए बनाई 'सखा' योजना, नए सत्र को लेकर UGC ने भी जारी कीं गाइडलाइन्स
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में नए सत्र की शुरुआत के साथ ही रैगिंग रोकने के लिए यूजीसी के दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। कॉलेजों में सखा और फ्रेंड्स क्लब जैसे पहल शुरू किए जा रहे हैं ताकि नए छात्रों को सहज महसूस कराया जा सके। परिसरों में कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर स्थापित किए जाएंगे ताकि छात्र रैगिंग की शिकायत कर सकें।

शालिनी देवरानी, दक्षिणी दिल्ली। काॅलेज में कहां कौन सी लैब है, कैंटीन में किन व्यंजनों का स्वाद बेस्ट है, हाॅबी के मुताबिक कौन सा क्लब ज्वाॅइन करें और कोई परेशानी हो तो किससे कहें...
काॅलेजों में अब 'सखा' नए छात्रों से ऐसे ही कुछ विषयों पर संवाद करते दिखेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के काॅलेजों में एक अगस्त से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने वाला है।
इस मौके को सहज और सुरक्षित बनाने के लिए कई काॅलेजों में 'खास' योजना बनाई गई है। इसके तहत काॅलेजों में वरिष्ठ छात्रों को “सखा” की भूमिका में नियुक्त किया जाएगा।
ये सखा न केवल नए छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे, बल्कि उन्हें काॅलेज के माहौल से परिचित कराने में भी मदद करेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से काॅलेजों में रैगिंग को लेकर सख्त नियम लागू हैं।
इसके बावजूद कई बार नए छात्र परिसर में असहज महसूस करते हैं। ऐसे में काॅलेज प्रशासन की ओर से छात्रों को सहज बनाने के लिए दोस्ताना माहौल तैयार किया जाएगा। इसके तहत किसी काॅलेज में सखा नियुक्त होंगे, तो कहीं फ्रेंड्स क्लब के सदस्य संवाद करेंगे।
वरिष्ठ छात्रों की ड्यूटी इसमें लगाई जाएगी, जोकि खाली पीरियड में नए छात्रों के साथ बातचीत कर उन्हें शैक्षणिक, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियों सहित अन्य अवसरों के बारे में जानकारी देंगे।
यूजीसी की ओर से रैगिंग रोधी दिशा-निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए हैं। इनको डीयू ने काॅलेजों को पालन करने को कहा है।
डीयू की दक्षिणी परिसर की निदेशक प्रो. रजनी अब्बी ने बताया कि सत्र शुरू होने पर उत्तरी और दक्षिणी दोनों परिसरों में कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे और हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएंगे।
इन पर काॅल कर छात्र रैगिंग संबंधी मामलों की शिकायत भेज सकते हैं। यूजीसी के दिशानिर्देशों को काॅलेजों को हर साल भेजा जाता है।
'सखा' बनाएंगे छात्रों को सहज, देंगे मार्गदर्शन
श्री वेंकटेश्वर कालेज के कालेज प्राचार्य वी रवि बताते हैं कि कालेज में आने वाले नए छात्र सहज महसूस करें इसके लिए महिला विकास क्लब और आंतरिक शिकायत कमेटी सक्रिय रहेगी।
वरिष्ठ छात्रों को बतौर सखा तैनात किया जाएगा और कालेज के विभिन्न विभागों, काउंसलिंग सेल्स और क्लबों की भी भागीदारी रहेगी।
वे सामूहिक रूप से ऐसे सत्र आयोजित करेंगे, जहां छात्रों को उनकी रुचियों, चुनौतियों और दुविधाओं को लेकर मार्गदर्शन मिलेगा। ओरिएंटेशन सत्रों में सखा योजना की जानकारी दी जाएगी।
वरिष्ठ छात्र दोस्ताना माहौल करेंगे तैयार
कालेजों का मानना है कि नए छात्रों को सहज बनाने और रैगिंग का डर निकालने के लिए दोस्ती और समझ का माहौल बनाना जरूरी है। इसके के तहत देशबंधु कालेज में वरिष्ठ छात्रों के फ्रेंड्स क्लब बनाएंगे।
कालेज के वाइस प्रिंसिपल प्रो. सुनील कायस्थ ने बताया कि इस पहल के जरिए प्रयास रहेगा कि कालेज का पहला अनुभव छात्रों के लिए डर और झिझक का नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और अपनेपन का हो। कालेज में वरिष्ठ छात्र और प्रोफेसर मिलकर फ्रेंड्स क्लब बनाएंगे और छात्रों से जुड़ेंगे।
यूजीसी के दिशा निर्देश
- रैगिंग रोधी समिति और दस्ते बनाने होंगे। जिसमें कानूनी सलाहकार शामिल होंगे ताकि रैगिंग के दोषियों के खिलाफ पुख्ता मामले बनाए जा सकें।
- परिसर के महत्वपूर्ण स्थानों, जैसे छात्रावास, कैंटीन, और लाइब्रेरी में सीसीटीवी कैमरे और अलार्म लगाना अनिवार्य है।
- रैगिंग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यशालाएं, सेमिनार, और मीडिया अभियान चलाए जाएंगे। यूजीसी ने रैगिंग रोधी पोस्टर सभी प्रमुख स्थानों पर लगाने के निर्देश दिए हैं, जो www.ugc.ac.in पर उपलब्ध हैं।
- प्रत्येक छात्र और उनके अभिभावक को हर शैक्षणिक वर्ष में www.antiragging.in पर आनलाइन रैगिंग रोधी शपथ पत्र जमा करना अनिवार्य है।
राष्ट्रीय रैगिंग रोधी हेल्पलाइन
रैगिंग से परेशान छात्र 24 घंटे में की कभी भी टोल-फ्री नंबर 1800-180-5522 पर काल कर सकते हैं या helpline
आपात स्थिति में यूजीसी की निगरानी एजेंसी, सेंटर फार यूथ से 09818044577 पर संपर्क किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें- डीयू में ईसीए के तहत प्रवेश के लिए शेड्यूल जारी, एनसीसी-एनएसएस के लिए नहीं होगा कोई ट्रायल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।