दिल्ली में DTC की 533 बसों के संचालन बंद होने से राहगीर परेशान, मनमाना किराया वसूल रहे रिक्शा और ऑटो ड्राइवर
दिल्ली में DTC की 533 बसें बंद होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। डिम्ट्स के तहत चलने वाली इन बसों का परमिट समाप्त हो गया है जिससे 40 रूटों पर असर पड़ा है। सीमापुरी राजघाट और नजफगढ़ जैसे इलाकों में यात्रियों को ज़्यादा दिक्कत हो रही है। बसें ना चलने से रिक्शा और टैक्सी वाले मनमाना किराया वसूल रहे हैं। यात्री घंटों बस का इंतज़ार कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (डीटीसी/DTC) की बसें राजधानीवासियों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनकी आवाजाही से लाखों दिल्लीवासियों के जीने की राह आसान होती है। ऐसे में बुधवार को शहरवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कारण, डीटीसी की 533 बसों के संचालन को रोकने का आदेश दिया गया है। जाहिर है, इससे मुसाफिर परेशान हो गये हैं। वे उमस भरी गर्मी के बीच सड़क पर खड़े होकर अपने बस की राह देख रहे हैं।
पैसेंजर्स से लेने लगे मनमाना दाम
बस बंद होने से रिक्शेवाले व टैक्सी वाले पैसेंजर्स से नाज़ायज़ फ़ायदा उठा रहे हैं। टैक्सी में बैठी महिलाएं बस का इंतज़ार कर रही थीं, उन्हें सीमापुरी जाना था। 30 मिनट से बस नहीं आई। महिलाओं के लिए बस फ्री है लेकिन महिलाएं टैक्सी में किराया देकर जा रही है।
क्यों बंद हो गईं डीटीसी की 533 बसें
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, डिम्ट्स (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम) के तहत चलने वाली क्लस्टर सेवा की 533 बसें बुधवार से सड़कों से हटाादी गई हैं। इन बसों का परमिट 15 जुलाई तक ही मान्य था। इनके हटने के बाद डिम्ट्स की 3,200 में से 2,700 बसें बच गई हैं।
इन रूट्स पर हो रही सबसे ज्यादा दिक्कत
एक साथ 533 बसों का हटना सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के लिए बड़ा झटका है। वहीं, तीनों डिपो को मिलाकर करीब 40 रूटों पर ये बसें चल रही थीं। ये बसें सीमापुरी, राजघाट व नजफगढ़ के कैर डिपो की हैं और ये बसें आइएसबीटी कश्मीरी गेट, द्वारका के विभिन्न इलाके, उत्तम नगर क्षेत्र, मध्य दिल्ली के कई क्षेत्र, कापसहेड़ा, नेहरू प्लेस सहित दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में चलती रही हैं।
यह भी पढ़ें- अब मानसून के दौरान अंडरपास पर तैनात रहेंगे DTC के कर्मचारी, अनदेखी पर नपेंगे अधिकारी; जानें वजह
क्या इन 533 बसों को दोबारा मिलेगा अवसर
सूत्रों के अनुसार, ये बसें 10 साल पूरी कर चुकी हैं। इनकी अवधि दो साल और बढ़ाई जा सकती है। बसों की उम्र अभी कई साल बची है, लेकिन परिवहन विभाग ने इन्हें अब और चलने की मंजूरी नहीं दी है।
हालांकि, इन बसों को विस्तार नहीं देने का एक कारण बस डिपो को इलेक्ट्रिक बसों के लिए तैयार किया जाना भी माना जा रहा है। ये वही बसें हैं, जिन्हें पिछले 10 साल से डिम्टस के तहत संचालित किया जा रहा था। आप सरकार ने जून 2024 में इनका संचालन रोक दिया था, मगर बस संचालक अदालत चले गए थे और उन्हें 15 जुलाई तक विस्तार दिया गया था।
क्या कहते हैं यात्री?
''धर्मपुरा बस स्टैंड पर खड़ा हूँ। एक घंटे से रूट नम्बर 318 की बस आई नहीं है। मैं नोएडा में नौकरी करता हूं। पहले 10 से 20 मिनट में बस मिल जाती थी।''
-अकबर, यात्री
''मुझे पटेल नगर से सीमापुरी जाना है। मैं सीलमपुर बस स्टैंड पर उतर गई। यहाँ रूट नम्बर 214 का इंतज़ार कर रही हूं। 30मिनट से बस नही है।''
- रोजी, यात्री
यह भी पढ़ें- नरेला बस टर्मिनल का उद्घाटन, दिल्लीवालों को मिली 100 नई बसें; CM Rekha Gupta ने दिखाई हरी झंडी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।