70 लाख रुपये की लग्जरी कार में घूमती थीं दोनों बहनें, ड्रग तस्कर कुसुम की बेटियां मकोका के तहत गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने ड्रग तस्कर कुसुम की फरार बेटियां दीपा और अनुराधा को मकोका के तहत गिरफ्तार किया है। दोनों पर तस्करी से आए रुपयों को अपने बैंक खातों में रखने और सप्लायरों का हिसाब रखने का आरोप है। पुलिस को उनके खातों में विदेशी लेनदेन भी मिले हैं। कुसुम का बेटा पहले ही गिरफ्तार हो चुका है और उसकी संपत्ति जब्त कर ली गई है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। करीब सात महीने से फरार सुल्तानपुरी की ड्रग तस्कर कुसुम की दोनों बेटियां दीपा और अनुराधा को बाहरी जिला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इन दोनों को मकोका के तहत गिरफ्तार किया गया है। दोनों बेटियों के बैंक खाते से दो करोड़ रुपये से भी अधिक रुपयों का लेनदेन का पर्दाफाश हुआ था।
जिसके बाद से ही पुलिस को इन दोनों की तलाश कर रही थी। दोनों तस्करी से आए रुपयों को अपने खातों में रखती थीं। वहीं, सप्लायर और क्लाइंट्स का लेखा-जोखा रखती थीं।
जांच के दौरान नारकोटिक्स टीम को पता चला कि कुसुम अवैध लेन देने के लिए अपने बैंक खाते से ज्यादा अपनी दोनों बेटियों के बैंक खाते का इस्तेमाल करती थीं।
पुलिस जांच में यह भी पता चला कि दोनों बेटियां 60 से 70 लाख रुपये की लग्जरी गाड़ियों में घूमती थीं। अपनी सहेलियों पर भी रुपये खर्च करती थी।
वहीं, मां और बेटियों के जब बैंक खाते खंगाले गए तो इनमें कई विदेशी नागरिकों से भी लेनदेन की जानकारी भी पुलिस को मिली थी। पुलिस सूत्रों का दावा है कि फरार कुसुम को भी पुलिस अब जल्द ही पकड़ लेगी।
बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त सचिन शर्मा की नेतृत्व में इससे पहले बाहरी जिला नारकोटिक्स सेल की टीम कुसुम की करीब चार करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है।
सुल्तानपुरी स्थित चार मंजिला तीन इमारत, एक फ्लैट व एक दुकान के अलावा रोहिणी सेक्टर-2 स्थित एक फ्लैट पुलिस ने जब्त की थी।
इससे पहले गत मार्च में पुलिस ने सुल्तानपुरी स्थित कुसुम के घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान कुसुम तो फरार हो गई, लेकिन उसका बेटा पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
कुसुम सुल्तानपुरी स्थित मादक पदार्थ कारोबार की सरगना थी। जिसके खिलाफ विभिन्न जिलों और अपराध शाखा द्वारा मादक पदार्थ पदार्थ अधिनियम के तहत 12 मामले दर्ज हैं।
कुसुम के 26 वर्षीय बेटे अमित से पुलिस ने हेरोइन के 550 छोटे पैकेट, ट्रामाडोल टैबलेट, 14 लाख रुपये नकद और एक स्कार्पियो एसयूवी बरामद की थी
टोकरी लटकाकर ग्राहकों को देती थी नशीला पदार्थ
पुलिस जांच में पता चला कि ग्राहकों को कुसुम पहली और दूसरी इमारत से रस्सी के जरिए एक टोकरी में नशीला पदार्थ रखने के बाद इसे लटकाकर नीचे खड़े ग्राहकों को देती थी।
इससे पहले वह ऊपर से देखती थी कि कहीं कोई पुलिस तो नहीं है। वहीं, आसपास कई सीसीटीवी कैमरे भी लगवाई थी, अंदर से बाहर की गलियों में निगरानी रखती थी।
ग्राहकों का पता वह सीसीटीवी देखकर ही लगाती थी। फिर वह दूसरी मंजिल से इन्हें सामान देती और पैसे लेती थी।
तीन घरों को एक साथ जोड़कर बनाया हुआ था तस्करी का अड्डा
आरोपी कुसुम का घर बाहर से तीन अलग-अलग घरों जैसा दिखता था, लेकिन अंदर से यह सभी घर आपस में मिले हुए थे। जो तीन मंजिला थीं, जो अंदर की दीवारों को तोड़कर और आसपास के तीन घरों को मिलाकर बनाई गई थीं।
वहीं, मुख्य गेट पर इलेक्ट्राॅनिक लाक के अलावा हर फ्लोर पर दो-दो गेट भी लगे हुए थे। गली को दोनों तरफ से घेरकर अपने घर के ही हिस्से में मिलाया हुआ था।
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