'इनकी हिम्मत कैसे हो गई...', केजरीवाल का फूटा गुस्सा; DPS में फीस बढ़ोतरी का विवाद गहराया
दिल्ली के द्वारका स्थित DPS में फीस बढ़ोतरी को लेकर विवाद गहरा गया है। अभिभावकों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन ने मनमानी फीस वसूली की और बच्चों को लाइब्रेरी में बंधक बनाया। इस मामले में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग फिर से पूरी तरह शिक्षा माफिया की जकड़ में हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के द्वारका स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) में फीस बढ़ोतरी को लेकर विवाद गहरा गया है। अभिभावकों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन ने मनमानी फीस वसूली की और बच्चों को लाइब्रेरी में बंधक बनाया। प्रदर्शनकारी अभिभावकों का कहना है कि बढ़ी हुई फीस का विरोध करने पर उनके बच्चों को क्लासरूम में जाने से रोका गया और उन्हें लाइब्रेरी में बैठाया गया। इस मामले में अभी तक स्कूल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “दिल्ली के लोग फिर से पूरी तरह शिक्षा माफिया की जकड़ में हैं। शिक्षा माफिया की इतनी हिम्मत कैसे हो गई कि हमारे बच्चों के साथ बदसलूकी करें? क्योंकि नेता और मंत्री इनकी जेब में हैं, जैसे हमारी सरकार के पहले होते थे।” केजरीवाल ने एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दिल्ली सरकार पर निशाना साधा।
बच्चों को कक्षा में नहीं जाने देने का आरोप
न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, साउथ वेस्ट दिल्ली के डीएम लक्ष्य सिंघल ने मामले की जांच की। डीएम ने पुष्टि की कि बच्चे लाइब्रेरी में बैठे थे और उन्हें क्लास में जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। डीएम ने कहा, “जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि बच्चों को कक्षाओं में नहीं जाने दिया गया। इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेज दी गई है।” अभिभावकों का गुस्सा तब और बढ़ गया, जब उन्हें पता चला कि स्कूल ने बिना किसी ठोस कारण के फीस में भारी बढ़ोतरी की है।
निजी स्कूलों की मनमानी पर सवाल खड़े हो रहे
प्रदर्शनकारी अभिभावकों ने स्कूल पर बच्चों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया। एक अभिभावक ने कहा, “हमने अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए इस स्कूल को चुना, लेकिन अब वे बच्चों को मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं।” इस घटना ने दिल्ली में निजी स्कूलों की मनमानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिक्षा विभाग को भेजी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है। इस बीच, अभिभावकों ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
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